क्या मोदी सरकार अब भी पाकिस्तान से शांतिवार्ता की अपेक्षा रख रही है ? आैर कितने जवानों को अपना बलिदान देना पडेगा ? क्या मोदी सरकार इस विषय को गंभीरता से लेगी ? – सम्पादक, हिन्दू जनजागृति समिति
श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) : कश्मीर की सीमा पर तैनात बीएसएफ में जमशेदपुर का जवान कृष्ण कुमार दुबे गुरुवार दोपहर पाकिस्तानी हमले में शहीद हो गए। गुरुवार को उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में नियंत्रण रेखा के पास दोपहर साढ़े तीन बजे पाकिस्तानी सेना ने गोलीबारी की। कृष्ण भारत की अग्रिम करम चौकी पर तैनात थे। वहां उनकी आंख में सीधे गोली लगी।
उनकी शहादत की सूचना जमशेदपुर के कीताडीह के त्रिर्मुति चौक स्थित निवास स्थान पर श्रीनगर से देर शाम पहुंची। दुबे की शहादत के बाद पूरा इलाका आक्रोशित और शोकमग्न है। कृष्ण कुमार दुबे के पिता का नाम धर्मराज दुबे है। बीएसएफ के महानिदेशक डीके पाठक ने घटना की पुष्टि की है। लेकिन, घटना के बारे में इससे आगे उन्होंने कुछ भी खुलासा नहीं किया।
मोदी की नवाज शरीफ से मुलाकात से पहले नापाक हरकत
अधिकारियों का दावा है कि जवाबी कार्रवाई में सीमा के दूसरी तरफ के भी कुछ सैनिक हताहत हुए हैं। इस सेक्टर में इस वर्ष पहली बार पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलीबारी की है। शुक्रवार को रूस के ऊफा में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच मुलाकात होने वाली है। इससे पहले ही पाकिस्तान ने शर्मनाक हरकत करते हुए सीज फायर का उल्लंघन किया और भारतीय सीमा पर गोलीबारी की।
कृष्ण कुमार दुबे की शहादत पर मुख्यमंत्री का कोट
कृष्ण कुमार दुबे की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। कृष्ण कुमार दुबे जैसे वीर जवान पर देश को नाज है। राज्य सरकार इस वीर सुपुत्र के परिजनों के साथ है। मैं कृष्ण कुमार की साहस को सलाम करता हूं और वीर शहीद परिवार को भरोसा दिलाता हूं कि राज्य सरकार उनके साथ है। – रघुवर दास, मुख्यमंत्री, झारखंड