फाल्गुन कृष्ण पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११५
यह बात भी छोटी नहीं है कि २० वर्षोंके पश्चात हिंदु सक्रिय हो रहे हैं !
पटियाला (पंजाब) – पटियालामें आयोजित पत्रकार परिषदमें श्री हिंदु तख्तके धर्माधीश जगद्गुरु श्री पंचानंद गिरीने यह निश्चय व्यक्त किया कि वर्ष १९७८ से १९९३ तक पंजाबमें खलिस्तानी आतंकवादियोंके आक्रमणमें वीरगति प्राप्त ३५ सहस्र हिंदु परिवारोंके लिए पंजाबके श्री हिंदु तख्त नेतृत्व कर उनकी सहायता करेगा । जबतक शासन पीडित हिंदु परिवारोंको आर्थिक सहायता नहीं करेगा, तबतक श्री हिंदु तख्त लडाई करेगा ।
पत्रकार परिषदमें जगद्गुरु श्री पंचानंद गिरीने बताया कि
१. अकाली दल, भाजपाके साथ सर्व दल १९८४ में देहलीके सिक्खविरोधी हिंसाके विषयमें कह रहे हैं; किंतु पंजाबमें १५ वर्षोंसे आरंभ खलिस्तानी आतंकवादी आक्रमणमें ३५ सहस्र हिंदुओंका नरसंहार(हत्या)होनेके पश्चात भी सर्व दल चुपचाप हैं । (बलशाली हिंदुनिष्ठ संगठन तथा राजनीतिक दलोंद्वारा इस सूत्रपर कोई भी कार्रवाई क्यों नहीं की गई ? यदि पंजाबमें भाजपा शासनपर होते हुए भी वीरगति प्राप्त हिंदु परिवारोंके लिए कोई भी कृत्य नहीं किया जाता है, तो ऐसे दलोंको हिंदु अपना मत क्यों दें ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
२. पंजाबके आतंकवादसे पीडित हिंदुओंका ब्यौरा सिद्ध करनेके लिए एक ति्रसदस्यीय समितिकी स्थापना की गई है । उसमें हिंदु सुरक्षा समिति, पंजाबके श्री. आशुतोष गौतम, शिवसेना पंजाबके श्री. संजीव घनौली तथा श्री हिंदु तख्तके प्रभारी श्री. राजीव टंडन भी समि्मलित हुए हैं । इस समितिद्वारा हरियाणा गए परिवारोंकी भी जांच की जाएगी ।
३. देशको जबसे स्वतंत्रता प्राप्त हुई, तबसे इस देशके हिंदुओंके साथ पाकके हिंदुओंके समान व्यवहार किया जाता है ।
४. शासन आतंकवादियोंको आर्थिक सहायता देकर हिंदुओंके घावोंपर (जख्मोंपर) नमक छिडक रहा है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात