लखनऊ – राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टियों को लेकर उसके करीबी माने जाने वाला संगठन हिंदू महासभा बेहद खफा है। संगठन ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को चिट्ठी लिखकर इन आयोजनों को तुरंत बंद करने के लिए कहा है। हिंदू महासभा ने भागवत को लिखी चिट्ठी में कहा है, ”आरएसएस इफ्तार पार्टी और उलेमा सम्मलेन बंद करे, नहीं तो देश भर में हिंदू महासभा की जिन प्रॉपर्टीज पर आरएसएस या बीजेपी के कार्यालय चल रहे हैं, उन्हें खाली कर दे।”
हिंदू महासभा आरएसएस की इफ्तार पार्टी और ८ अगस्त को लखनऊ के रवींद्रालय में होने वाले उलेमा सम्मेलन का विरोध करेगी। जहां भी आरएसएस इस तरह का आयोजन करेगा, संगठन के कार्यकर्ता वहां घेराव और विरोध प्रदर्शन करेंगे।
क्या है मामला
आरएसएस ने शनिवार को राजधानी दिल्ली में पहली बार इफ्तार पार्टी दी थी। इसमें कुछ देशों के डिप्लोमैट भी शामिल हुए थे। इसका आयोजन आरएसएस से जुड़े संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) ने किया था। आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार भी इसमें शामिल हुए थे। इसके बाद, आरएसएस प्रचारक और एमआरएम से जुड़े महिराजध्वज सिंह ने बताया था कि लखनऊ के अलावा उन्नाव, कानपुर, बाराबंकी, सीतापुर और हरदोई में ईद मिलन का आयोजन होगा। इसके अलावा, 8 अगस्त को लखनऊ में उलेमाओं का ऑल इंडिया सम्मेलन भी कराया जाएगा।
इफ्तार से जुड़ा है वोटों का गणित?
दरअसल, यूपी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आरएसएस की नजर राज्य की साढ़े अठारह फीसदी मुस्लिम आबादी पर है। आंकड़ों पर गौर करें तो उत्तर प्रदेश में ३.७ करोड़ मुस्लिम हैं। ८० में से ३४ लोकसभा सीटों पर मुस्लिम वोटर सीधा असर डालते हैं। राज्य में २०१७ में विधानसभा चुनाव हैं। इसे देखते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-एत्तिहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी इस बार यूपी में इफ्तार पार्टियां दे रहे हैं।
क्या कहा हिंदू महासभा ने
हिंदू महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने dainikbhaskar.com से कहा कि आरएसएस प्रमुख को लिखी गई चिट्ठी में इफ्तार पार्टी और ऑल इंडिया उलेमा मीट के आयोजन को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। यह पूछा गया है कि आरएसएस किस मकसद के तहत ऐसा कर रहा है? कमलेश ने कहा, ”आरएसएस इफ्तार पार्टी और उलेमा सम्मेलन करके हिंदुओं की भावनाओं को आहत कर रहा है। आरएसएस सेक्युलर बनने के चक्कर में हिंदुओं को मुस्लिम टोपी पहनाना चाहता है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरएसएस की इस हरकत से हिंदू नेताओं की आत्मा दुखी होगी।”
कहां-कहां हिंदू महासभा की प्रॉपर्टी पर चल रहा आरएसएस-बीजेपी का दफ्तर
हिंदू महासभा अब अपनी उन प्रॉपर्टीज की लिस्ट बना रही है, जहां संघ या बीजेपी के दफ्तर चल रहे हैं। कमलेश ने बताया कि मुंबई में वीर सावरकर स्मारक में संघ का दफ्तर चल रहा है। एमपी के धार में बीजेपी का दफ्तर और नासिक में आरएसएस का दफ्तर हिंदू महासभा की बिल्डिंग में चल रहा है। इसके अलावा और भी कई जगहें हैं, जहां हिंदू महासभा की बिल्डिंग्स में आरएसएस के दफ्तर चल रहे हैं।
तिवारी का दावा- हिंदू महासभा ने किया आरएसएस का गठन
कमलेश तिवारी ने दावा किया कि आरएसएस का गठन हिंदू महासभा ने किया। कमलेश ने कहा, ”इतिहास उठाकर देख लें। आरएसएस का गठन हिंदू महासभा ने किया था। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. हेडगेवार, युवा संघ का गठन करने वाले बाबा राव सावरकर और हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डागडर मुंजे ने 1925 में संघ परिवार की नींव रखी थी। तब हिंदू महासभा की कई संपत्तियों को संघ परिवार को इस्तेमाल के लिए दिया गया था।”
स्रोत : दैनिक भास्कर