-
राज्य शासन से हिन्दू विधिज्ञ परिषद की मांग हिन्दू धर्म पर आनेवाली आपत्ति के विरुद्ध त्वरित सक्रिय होनेवाले हिन्दू विधिज्ञ परिषद का अभिनंदन !
-
क्या अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन हिन्दू विधिज्ञ परिषद का आदर्श अपनाएंगे ?
मुंबई – हिन्दू विधिज्ञ परिषद द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, पुणे जनपदाधिकारी, पुणे के पालकमंत्री श्री. गिरीश बापट, साथ ही श्री. विजय शिवतारे से यह मागं की है, कि पर्वतीदर्शन(पुणे) में ७ जुलाई को हुई हिंसा के संदर्भ में निष्पक्ष रूप से जांच करनी चाहिए । साधारण कारण पर विवाद कर देश के अधिनियम एवं पथ अपने पिता की आय (कमाई) के समान व्यवहार करनेवाले इन जिहादीयों ने कितने रुपए की हानि की, इसकी गणना करनी चाहिए । जनपदाधिकारी को क्षतिपूर्ति प्राप्ति होने की सूचना राजपत्र में तथा शहर के ४ समाचारपत्रों में प्रकाशित करनी चाहिए, साथ ही कुल मिलाकर कितने रुपए की हानि हुई, इसका अभ्यास कर हिंसकों द्वारा उसकी क्षतिपूर्ति की प्राप्ति करनी चाहिए ।
उस समय धर्मांधों द्वारा किए गए दुष्कृत्य
१. पास ही की मस्जिद से १५० जिहादी तलवार, हॉकी स्टिक लेकर आए तथा उन्होंने हिन्दुओं की पिटाई की । साथ ही वाहनों की तोडफोड की ।
२. हिन्दू महिलाओं का भी शीलभ्रष्ट करने का प्रयास किया ।
३. अनेक हिन्दुओं ने पुलिस को १०० क्रमांक पर संपर्क किया; किंतु वे समय पर घटनास्थलपर नहीं पहुंचे; इसलिए जिहादीयों ने डेढ घंटे तक हिंसा आरंभ रखी । परिषद ने यह कहा है, कि ये दुष्कृत्य जिहादीयों ने हिंसा के समय किया ।
न्यायालय में जाना नहीं पडे, हिन्दू विधिज्ञ परिषद द्वारा ऐसी आशा व्यक्त
मुंबई के आजाद मैदान में ११ अगस्त २०१२ को धर्मांधों द्वारा की गई हिंसा के समय जो क्षति हुई, उसकी पूर्ति करने हेतु हम न्यायालय में गए । वैसे आदेश हम ने न्यायालय द्वारा प्राप्त किए । इस संदर्भ में भी जिहादीयों द्वारा क्षतिपूर्ति की प्राप्ति करने हेतु हमें न्यायालय में नहीं जाना पडेगा तथा तत्पूर्व ही शासन जिहादीयों द्वारा क्षतिपूर्ति की प्राप्ति करेगा, हिन्दू विधिज्ञ परिषद द्वारा ऐसी आशा व्यक्त की गई है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
पढे – पुणे : नमाजपठन के पश्चात् साधारण कारण पर सैंकडो जिहादीयोंद्वारा हिन्दुओं पर सशस्त्र आक्रमण