फाल्गुन कृष्ण पक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११५
कर्नाटकका हिंदुद्वेषी कांग्रेस प्रशासनद्वारा पीडित हिंदुओंको न्याय देनेकी संभावना न होनेके कारण संतोंके उपोषण करनेकी अपेक्षा हिंदु राष्ट्र लाने हेतु प्रयास करें, ऐसी हिंदुओंकी अपेक्षा है !
|
मंगलुरू (कर्नाटक) – कुछ दिन पूर्व धर्मंधोंके आक्रमणमें उल्लालमें हिंदुओंके अनेक घर उद्ध्वस्त हो गए तथा अनेक हिंदुओंके साथ अमानुषिक मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया गया । 'पेजावर मठ'के 'श्री विश्वेशतीर्थ स्वामी'ने घटनास्थलपर जाकर पीडित हिंदुओंसे भेंट की । तत्पश्चात आयोजित प्रकट सभामें उन्होंने प्रशासनको चेतावनी दी कि पीडित हिंदुओंको न्याय प्राप्त न होनेपर संत उपोषण करने बैठेंगे । हिंदुत्वको हानि पहुंचानेवाला कोई भी कृत्य सहन नहीं किया जाएगा, ऐसा भी उन्होंने कहा ।
स्वामीजीके उल्लाल भ्रमणके समय उनके साथ गुरुपुर वज्रदेही मठके श्री राजशेखरानंद स्वामी, श्री सुब्रह्मण्यम् मठके श्री विद्यप्रसन्न स्वामी, कोल्या मठके श्री रामानंद स्वामी, ओडीयूर मठके श्री गुरुदेवनंद स्वामी, कोन्देवुरके श्री योगानंद सरस्वती स्वामी तथा अनेक संत उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात