फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्थी, कलियुग वर्ष ५११५
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कराची (पाकिस्तान) – पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिंदू जबरन धर्मांतरण से नाराज हैं और इस समुदाय के नेताओं का कहना है कि ६ साल की लड़कियों पर भी धर्म बदलने का दबाव बनाया जा रहा है। २०१२ में एक मुस्लिम व्यक्ति से शादी कराने के लिए कथित रूप से जबरन धर्मांतरण की शिकार रिंकल कुमारी के रिश्तेदार राज कुमार ने कहा, 'क्या आप अपनी बेटियों का हिंदू लडकों से जबरन शादी कराना स्वीकार कर सकते हैं?' रिंकल के मामले ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर गौर किया था।
'पाकिस्तान में हिंदू
मुददे एवं समाधान' विषय पर रविवार को कराची प्रेस क्लब में आयोजित सम्मेलन में कुमार ने ६ साल की जमुना को मंच पर बुलाया और कहा कि अगर मीडिया ने मामला नहीं उठाया होता तो इस बच्ची और उसकी १० वर्षीय बहन पूजा का जबरन धर्मांतरण कराया गया होता। 'डॉन' अखबार ने कुमार के हवाले से कहा, 'जमुना और पूजा जैसे छोटे बच्चे इस्लाम और अपने धर्म के बारे में क्या जानते हैं। यह अन्याय की हद है।'
सिंध प्रांत के मीरपुरखास शहर के रहने वाले जमुना की मां मरजू और पिता सोमा भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे। सोमा ने कहा, 'हम गरीब लोग हैं। मेरी बेटियां घर-घर जाकर खिलौने और बर्तन बेचकर हमारी आय में मदद करती हैं। ४ फरवरी को वे सामान्य स्थिति में घर से गईं लेकिन घर नहीं लौटीं। हम घबरा गए।'
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स