हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए प्रबोधन को सफलता प्राप्त !
पिंपरी (जनपद पुणे) – यहां के सुखवस्तु परिवार के महाविद्यालयीन युवती को ‘लव जिहाद’ के चंगुल से बाहर निकालने के लिए उसके परिवार तथा हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं ने प्रयास किए । प्रबोधन तथा आध्यात्मिक उपायों के कारण वह युवती लव जिहाद के चंगुल से बाहर निकाली गई । (हिन्दू युवतियां धर्मशिक्षा के अभाव के कारण ही जिहादीों के चंगुल में फंसती हैं ! छोटी सी हिन्दू जनजागृति समिति उन्हें इस चंगुल से बाहर निकालने के लिए प्रयास करती है; किंतु बलशाली हिन्द¸त्वनिष्ठ संगठन इस संदर्भ में कोई भी कृत्य नहीं करते ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. एक जिहादी युवक के साथ गत कुछ वर्षों से उस युवती के प्रेमसंबंध थे ।
२. इस जिहादी के साथ घूमना, घूमते समय स्वयं उसके लिए धन व्यय करना, उसे मंहगी वस्तु देना, धन संबंधी उसकी मांग पूरी करना इत्यादि में उसने आज तक ५ लक्ष रुपए व्यय किए हैं ।
३. धन की मांग हेतु जिहादी ने अनेक बार उस युवती की पिटाई भी की है तथा अनेक स्थान पर सिगरेट से जला भी दिए हैं । (क्या इससे भी हिन्दू युवतियों के ध्यान में यह बात आएगी, कि जिहादी कितने क्रूर होते हैं ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
४. इस संदर्भ में इस युवती के अभिभावकों को पता चलने के पश्चात उन्होंने उसका विरोध किया; किंतु उनकी ओर ध्यान देने की अपेक्षा वह निरंतर उस जिहादी से मिलती रही ।
५. इस बात के भय से उस युवती की मां को पक्षाघात हो गया, किंतु वह युवती जिहादी को छोडने के लिए सिद्ध नहीं थी ।
६. एक बार उसकी मां उसे अपने आध्यात्मिक गुरु के पास ले गर्इं । उन्होंने उस युवती पर आध्यात्मिक उपाय किए, तो उसने वमन कर दिया । उस समय यह ध्यान में आया, कि उसका वशीकरण किया गया है ।
७. समिति के कार्य के संदर्भ में जानकार एक धर्माभिमानी ने समिति के कार्यकर्ता से उस परिवार की भेंट करवाई ।
८. समिति के कार्यकर्ताओं ने उस युवती को ‘लव जिहाद’ के षडयंत्र के संदर्भ में सविस्तार जानकारी दी । ध्वनिचित्र-चक्रिका द्वारा उसका प्रबोधन किया । उस समय उस युवती को अपनी चूक ध्यान में आई । उसने जिहादी का विस्मरण करने को स्वीकार किया ।
९. समिति के कार्यकर्ताओं ने उसे आध्यात्मिक उपायों की जानकारी, उत्पादन तथा साधना की जानकारी दी । दो दिन तक उसका प्रबोधन किया । तदउपरांत उसने साधना करना प्रारंभ किया है । अब वह वशीकरण से बाहर आ रही है ।
इस प्रकार हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य के संदर्भ में विश्वास दृढ हुआ !
१. समिति के कार्यकताओं के कृत्य के कारण युवती का परिवार तथा धर्माभिमानी समिति के कार्य के प्रति प्रभावित हुए ।
२. उन्होंने ५० घरों में धर्मप्रसार करने का निश्चय व्यक्त किया ।
३. उन्होंने यह विनती की, कि इस परिवार के निराशा में गए अन्य लोगों के लिए भी समिति के कार्यकर्ता सहायता करें । साथ ही धर्मशिक्षण वर्ग का आयोजन करें ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात