मुंबई : कबीर खान निर्मित एवं बेफाम गाडी चलाने के संदर्भ में ५ वर्षोंका दंडप्राप्त अभिनेता सलमान खान का ‘बजरंगी भाईजान’ चलचित्र १७ जुलाई को प्रदर्शित हुआ।
हिन्दू जनजागृति समिति के राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ने कहा कि इस चलचित्र में करोडों हिन्दुओंके श्रद्धास्थान श्री हनुमान के नाम के लिए ‘बजरंगी’ शब्द का प्रयोग किए जाने तथा इस चलचित्र से ‘लव जिहाद’ को प्रोत्साहन मिलने के कारण हिन्दू जनजागृति समिति इस चलचित्र को विरोध करती है। इस संदर्भ मे समितिद्वारा अनेक स्थानोंपर चलचित्रगृह चालकोंको निवेदन दिए जा रहे हैं तथा इस चलचित्र को प्रदर्शित न करने की मांग की जा रही है।
चलचित्रोंके संदर्भ में कुछ प्रमुख आपत्तियां . . .
१. श्री हनुमान हिन्दुओंकी देवता होते हुए उनका नाम ‘भाईजान’ इस प्रकार मुसलमान व्यक्ति के साथ संलग्न किया गया है। यह जानबूझकर हिन्दुओंकी धार्मिक भावनाओंको आहत करने की घटना है।
२. इस चलचित्र के ‘ट्रेलर’ में ‘हनुमान चालीसा’ को अनुचित पद्धति से गाया गया है।
३. इस चलचित्र के ‘सेल्फी लेलेरे’ गीत में अभिनेता सलमान खान श्री हनुमान जी का मुखौटा धारण कर अंगविक्षेप करते नृत्य करते दिखाया गया है। इस गीत में सलमान खान को श्री हनुमानजी की मूर्ति के समक्ष बूरी तरह से नृत्य करते दर्शाया गया है, जो अत्यंत आपत्ति जनक है तथा जानबूझकर हिन्दुओंके देवी-देवताओंकी हंसीमजाक करने समान है।
४. चलचित्र के भित्तिपत्रक पर श्री हनुमानजी का छायाचित्र है। यह भित्तिपत्रक कुछ समय बाद फाडा जाता है एवं कूडे में जाता है। यह एक प्रकार से श्री हनुमान देवता का भयानक अपमान ही है।
५. चलचित्र में हिन्दू लडकियोंपर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।
६. चलचित्र में ‘अदनान सामी’ पाक गायक को लेकर उसका उदात्तीकरण किया गया है।
७. पाकिस्तान के परिनिरीक्षण मंडल ने इस चलचित्र के अनेक भाग काटकर इसे सम्मति दी है। इससे पूर्व पाकिस्तानने ‘एक था टाइगर’ ‘हैदर’, ऐसे चलचित्र नहीं प्रदर्शित होने दिए थे। इस लिए शत्रूराष्ट्र पाकिस्तान के गायक का उदात्तीकरणवाला चलचित्र देशप्रेमी नागरिक क्यों देखें ?
८. चलचित्र में अभिनेता सलमान खान के पिता मुस्लिम एवं मां हिन्दू दर्शाई गई है। यह ‘लव-जिहाद’ को प्रोत्साहन देने समान ही घटना है। इस चलचित्र से हिन्दुओंके संत, परंपरा तथा धर्मश्रद्धाओंका अपमान हो रहा है तथा हिन्दुओंकी धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं।
इस लिए समिति ने चलचित्रगृह मालिकोंको ऐसे चलचित्रोंका प्रदर्शन न करने का आवाहन किया है।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात