संयुक्त अमेरिका : दाढी वाले हमलावर की वजह से सिखोंपर मंडराया खतरा, सतर्क रहने की हिदायत

हमलावर यूसुफ

न्यूयॉर्क : अमेरिका के टेनिसी में नेवी की बिल्डिंग्सपर गुरुवार को एक ‘दाढ़ी’ वाले मुस्लिम हमलावरद्वारा अंधाधुंध फायरिंग करने के बाद एक सिख अधिकारोंके लिए काम करनेवाले ग्रुप ने कम्युनिटी के सदस्योंको सतर्कता बरतने को कहा है। ग्रुप को डर है कि इस तरह की वारदात के बाद अमूमन होने वाले नस्लीय अपराधोंका वे शिकार बन सकते हैं। बता दें कि २४ साल के मोहम्मद यूसुफ अब्दुल अजीज की फायरिंग में चार मरीन कमांडोज की मौत हो गई। वहीं, सुरक्षा बलोंकी फायरिंग में वह भी मारा गया।

सिख ग्रुप ने मारे गए लोगों और उनके परिवारोंके प्रति संवेदना जाहिर की। ग्रुप की ओर से जारी बयान में कहा गया, ”हमले के बाद हमने सिख अमेरिकन कम्युनिटी से कहा है कि, वे सतर्कता बरतें। शूटर की पहचान मोहम्मद युसूफ अब्दुल अजीज के तौर पर हुई, जो लंबी दाढ़ी रखता था। हम अधिकारियोंको अपनी चिंता से रूबरू कराने की दिशा में काम कर रहे हैं।” ग्रुप के मुताबिक, इस तरह के हमलोंके बाद सिख और दूसरे धार्मिक समुदायोंपर नस्लीय हमलोंका खतरा रहता है। इसलिए समुदाय के लोग जरा सा भी खतरा महसूस करने या हिंसा की स्थिति में पुलिस से संपर्क करें।

कौन था हमलावर

मोहम्मद यूसुफ अब्दुल अजीज का जन्म कुवैत में हुआ था। वह जॉर्डन में बड़ा हुआ और परिवार के साथ १९९६ में अमेरिका आया। वह एक अमैच्योर फाइटर भी था और यूनिवर्सिटी टीम की ओर से कुछ इवेंट्स में हिस्सा ले चुका था। कुछ वक्त पहले उसे शराब के नशे में ड्राइविंग करते हुए पकड़ा गया था। यूनिवर्सिटी ऑफ टेनिसी के प्रवक्ता ने बताया कि उसने २०१२ में इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी। सूत्रोंके मुताबिक, यूसुफ के पिता से सालों पहले विदेशी आतंकी संगठनोंसे रिश्तोंके शक में पूछताछ हो चुकी है। अपने स्कूल के ईयरबुक में यूसुफ ने लिखा था, ”मेरा नाम देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करता है। आपका नाम क्या-क्या करता है ?” हमले के बाद उसके घर से दो महिलाओंको पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

आईएस से कनेक्शन का शक

जांच एजेंसियां फिलहाल इस हमले को ‘घरेलू आतंकवाद’ के नजरिए से देख रही हैं। प्रेसिडेंट ओबामा ने इस हमले को दिल दुखानेवाला करार दिया है। हालांकि, हमले के पीछे की वजह पर एफबीआई ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं हमलावर का रिश्ता आईएसआईएस या किसी दूसरे जिहादी ग्रुप से तो नहीं था ? गौरतलब है कि आईएसआईएस ने अपने अनुयायियोंको रमजान के महीने में ‘लोन वुल्फ अटैक’ (अकेले हमला करना) करने की अपील की है।

ऐसे हुआ हमला

पहला हमला स्थानीय समयानुसार सुबह दस बजकर पैंतालीस मिनट पर हुआ। हमलावर ने यूस नेवी रिटायरमेंट सेंटर पर फायरिंग की। इसके बाद हमलावर एक फोर्ड मस्टैंग कार में सवार होकर फरार हो गया। पुलिस ने उसका पीछा किया और यूएस नेवी रिजर्व सेंटर के करीब उसे ढेर कर दिया। हालांकि, हमलावर की फायरिंग में नेवी रिजर्व सेंटर में चार मरीन्स की मौत हो गई। एक मरीन और दो अन्य लोग घायल हो गए। माना जा रहा है कि मारे गए मरीन्स की तैनाती इराक में थी। ताजा हमले के बाद अमेरिकी होमलैंड सिक्युरिटी ने पूरे देश में मिलिट्री की इमारतोंकी सुरक्षा बढ़ा दी है। इससे पहले भी अमेरिकी सैन्य ठिकानोंपर हमले की कोशिश हो चुकी है।

संबंधित फोटोज

हमलावर ने नेवी की बिल्डिंग्स को निशाना बनाया
परिवार के साथ हमलावर (ऑरेंज टी शर्ट में)
हमले के बाद उसके परिवार की दो महिलाओं को हिरासत में लेते सुरक्षाकर्मी

स्त्रोत : दैनिक भास्कर

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