जयपुर : जयपुर मेट्रो की छोटी चौपड़ साइट पर रोजगारेश्वर महादेव मंदिर की जगह पर ड्रिलिंग के दौरान फंसी रिंग मशीन गुरूवार को चौथे दिन भी नहीं निकल पाई है। साइट पर मौजूद इंजीनियर्स ने क्रेन की मदद ली, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। अब हाईड्रोलिक जैक के सहारे रिंग मशीन की बकेट को निकालने की कवायद शुरू की गई है। मेट्रो के इंजीनियर्स अभी तक इस बात का पता नहीं लगा पाए हैं कि बकेट मिट्टी में फंसी है या किसी पुरानी टनल में।
२० मीटर गहरी फंसी है बकेट
जानकारी के अनुसार छोटी चौपड़ पर सपोर्टिव स्ट्रक्चर के लिए रिंग मशीन से खुदाई के दौरान सोमवार दोपहर को बकेट जमीन के अंदर फंस गई। ३५ मीटर गहरी खुदाई के दौरान बकेट करीब २० मीटर गहराई में फंसी है। जेएमआरसी के इंजीनियर्स का कहना है कि बकेट जब वापस ऊपर खींची जा रही थी, उसी दौरान उस पर मिट्टी ढह गई और वह मिट्टी में दबकर फंस गई। जमीन में फंसी बकेट १५०० मिलीमीटर गोलाई के आकार की है। अब बकेट को निकालने के लिए हाई पावर हाईड्रोलिक जैक की मदद ली जा रही है।
बाधित हो रहा है काम
रिंग मशीन फंसने के कारण छोटी चौपड़ साइट पर मेट्रो का काम बाधित हो रहा है। यहां पर लगे इंजीनियर्स स्ट्रक्चर कंस्ट्रक्शन की बजाय रिंग मशीन को निकालने की कवायद में जुटे हैं। साथ ही साइट पर मौजूद क्रेनों से दूसरे काम की बजाय बकेट को निकलने का प्रयास किया जा रहा है। इंजीनियर्स का कहना है कि जब तक बकेट नहीं निकलेगी यहां काम गति नहीं पकड़ पाएगा।
रोजगारेश्वर महादेव मंदिर के नीचे से सुरंग भी गुजर रही है। संभव है कि रिंग मशीन की बकेट टनल के पत्थरों में अटक गई हो। पुख्ता तौर पर कुछ भी कहना मुश्किल है, बकेट निकलने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।
स्त्रोत : राजस्थान पत्रिका