अकोला (महाराष्ट्र) : गोदावरी पुष्कर यात्रा के लिए आनेवाले हिन्दू श्रध्दालुओंकी सुविधा हेतु तेलंगण शासन ने ५३० बसगाडियां छोडने की घोषणा की है; किंतु उसके किराए में ५० प्रतिशत वृद्धि की है। तो दूसरी ओर रमजान मनाने के लिए तेलंगाना शासन ने मुसलमानोंको २६ करोड रुपएं की भेंट देने के निर्णय लिया है। हज यात्रा के लिए शासन करोडों रुपएं की सहायता देकर उन्हें सर्व सुविधाओंकी पूर्ति की रहा है; किंतु स्वयं को निधर्मी कहनेवाले शासन हिन्दुओंकी ही यात्राओंपर अतिरिक्त लगान क्यों लागू करता है ?
यह दरवृद्धि का निर्णय अर्थात् हेतुपुरस्सर हिन्दुओंकी यात्रा पर बंधन लाने का यह प्रकार संतापजनक है। अब तेलंगाना शासन ने गोदावरी पुष्कर यात्रा के लिए बस के टिकट में ५० प्रतिशत दरवृद्धि त्वरित पीछे हटाकर मूल टिकट पर ५० प्रतिशत छूट देनी चाहिए तथा श्रध्दालुओंने अन्य सुविधाओं की पूर्ति हो, साथ ही करोडों हिन्दुओंकी भावना आहत करनेवाले ‘मोहल्ला अस्सी’ इस हिन्दूद्रोही चित्रपट को केंद्रीय चित्रपट परिनिरीक्षण मंडल की ओर से प्रमाणपत्र प्राप्त न हो, साथ ही संबंधितोंपर शासन परिवाद प्रविष्ट करें, इन मांगोंके लिए यहां राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन का आयोजन किया गया। साथ ही ऐसी भी मांग की गई है कि, नाशिक के सिंहस्थ पर्व के कार्य की पूर्तता त्वरित करें तथा उस के लिए निधी भी प्रदान करें।
इस आंदोलन के लिए वारकरी संप्रदाय के ह.भ.प. मते महाराज, ह.भ.प. मोहन महाराज गोंडचौरे, ह.भ.प. मसने महाराज, ह.भ.प. गिरीश महाराज कुळकर्णी, साथ ही आदर्श गोसेवा संस्थान के संचालक श्री. प्रशांत पाटिल, श्री. परमजितसिंग घुमन, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. गजानन अढाव, श्री. नरेश कोपेकर, सनातन संस्था की श्रीमती प्रतिभा जडी के साथ ४० धर्माभिमानी उपस्थित थे।
आंदोलन के पश्चात् उपरोक्त मांगोंके लिए मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र तथा तेलंगण, साथ ही केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, नई देहली के लिए ७०० हस्ताक्षरोंका निवेदन जनपदाधिकारियोंकी ओर प्रस्तुत किया गया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात