पू. संभाजी भिडेगुरुजी की अपकीर्ति करने के संदर्भ में..
मंगळवेढा (महाराष्ट्र) : श्रीशिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान ने तहसीलदार शाकिर सय्यद से यह मांग की है, कि, पू. भिडेगुरुजी की अपकीर्ति के संदर्भ में जितेंद्र आवाड को बंदी बनाएं।
इस निवेदन में यह प्रस्तुत किया है, कि कोल्हापुर से डांग, गोवा से गोंदिया इस प्रकार महाराष्ट्र के साथ देश के युवकोंको राजनीति, सत्ताकारण, अर्थकारण दूर रखकर जाति, पाति, पंथ भेद का विस्मरण कर छत्रपति शिवाजी महाराज तथा छत्रपति संभाजी महाराज युवकोंके पथ दर्शक रहें, युवापीढी उनके पथ पर अग्रसर रहे; इसलिए पू. गुरुजी ५० वर्षोंसे प्रयास कर रहे हैं। उन पर अपकीर्ति का आरोप मढनेवाले आवाड का स्पष्ट निषेध कर रहे हैं।
उस समय सर्वश्री दामोदर देशमुख, शशिकांत चव्हाण, दिगंबर यादव, शरद हेंबाडे, किसन सावंजी, प्रा. विनायक कलुबर्मे, संजय माळी, डॉ. विवेक इंगळे, श्रीपाद माने, शाम होनमाने, रावसाहेब कोंडुभैरी, महेश जाधव, सागर चव्हाण, नागेश डोंगरे, राहुल शिंदे, रामचंद्र काळुंगे, दीपक उन्हाळे, सिद्धेश्वर डोंगरे, अनिल जाधव, विशाल उन्हाळे, आकाश काटे, योगेश बागल, ज्ञानेश्वर मंडले, सागर पडवळे, सागर ताड, दामाजी पडवळे, अमर लाळे, राजू शेळके के साथ श्रीशिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान शाखा मंगळवेढा के अनेक धारकरी उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात