फाल्गुन कृष्ण पक्ष द्वादशी, कलियुग वर्ष ५११५
अंदमान व निकोबार द्वीप समूह आतंकियों का नया ठिकाना बनता जा रहा है। इस केंद्र शासित राज्य के प्रशासन को लगता है कि लिट्टे के बचे हुए कैडर यहां अपना नया ठिकाना बनाने में जुट गए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति को बताया कि अंदमान व निकोबार प्रशासन के मुताबिक द्वीप समूह में श्रीलंका, बांग्लादेश और म्यांमार से आकर लोग बस गए हैं और इन लोगों का इस तरह के तत्वों द्वारा इस्तेमाल की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
गृह मंत्रालय ने पैनल को बताया, ‘केंद्र शासित सरकार का मानना है कि संभवत: लिट्टे के बचे हुए कैडर यहां आसपास छिपने का ठिकाना ढूंढ रहे हैं और वे इस द्वीप समूह को अपना अस्थायी ठिकाना बना सकते हैं।’ अंदमान व निकोबार द्वीप बंगाल की खाड़ी में स्थित हैं।
ये द्वीप ८२४९ वर्ग किमी में फैले हैं। इस समूह में ५७२ द्वीप शामिल हैं, जिनमें से सिर्फ ३८ में ही आबादी है। प्रशासन ने बताया है कि द्वीप पर तमिल समुदाय के लोग हैं और देश के अन्य भागों की तरह वे भी श्रीलंकाई तमिलों के साथ संवेदना रखते हैं।
जिन तमिल शरणार्थियों को ६० और ७० के दशक में यहां बसाया गया था, वे आसानी से लिट्टे कैडर की मदद करने और घने जंगलों में ठिकाना बनाने में मदद कर सकते हैं।
स्त्रोत : अमर उजाला