फाल्गुन कृष्ण पक्ष त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११५
'इलेक्ट्रॉनिक मीडिया' को कुचलने की धमकी पर उठे विवाद के बाद 'गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे' ने अपनी बात से पलटते हुए यह दावा किया कि उनका आशय सोशल मीडिया से था ना कि पत्रकारों से | शिंदे ने कहा कि मेरे पास मेरे भाषण की रिकॉर्डिंग है | मेरा आशय सोशल मीडिया और पूर्वोत्तर के छात्रों के खिलाफ हैदराबाद और कर्नाटक में हिंसा के प्रति था | मेरी टिप्पणी पत्रकारिता के बारे में नहीं थी |
शिंदे के रविवार को दिए गए बयान से विवाद उत्पन्न हो गया था, जिसमें उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को कुचलने की घमकी देते हुए इसके एक वर्ग पर अनावश्यक तौर पर कांग्रेस के बारे में दुष्प्रचार करके उकसाने का आरोप लगाया था | उनकी टिप्पणी के साथ उनके स्पष्टीकरण को आज समाचार चैनलों ने प्रसारित किया है | 'कांग्रेस' नेता शिंदे ने यह बात 'महाराष्ट्र' के 'शोलापुर' जिले में युवा कांग्रेस के एक समारोह के दौरान कही |
शोलापुर से सांसद शिंदे ने आरोप लगाया कि पिछले चार महीने से मीडिया का एक वर्ग उनके और उनकी पार्टी के बारे में खबरों को तोड़ मरोड़कर पेश कर रहा है और चेतावनी दी कि अगर इस तरह की रिपोर्टिंग तत्काल नहीं बंद हुई, तो उसे कुचल दिया जाएगा |
शिंदे ने कहा था कि मीडिया में जो कुछ चल रहा है, उससे मैं काफी हद तक वाकिफ हूं | पिछले चार महीने में मीडिया की ओर से हमें (कांग्रेस) उकसाने का प्रयास किया गया है | अगर यह नहीं रुका तो हम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ऐसे तत्वों को कुचल देंगे, जो गलत तरह के दुष्प्रचार में लगे हैं |
उन्होंने कहा था कि मेरे पास खुफिया विभाग है | मैं जानता हूं कि कौन ऐसे कार्य कर रहा है | मैं जानता हूं कि क्या हो रहा है. कुछ ताकतें इसके पीछे हैं | गौरतलब है कि शिंदे की टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है जब कई राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय मीडिया पर चुनाव सर्वेक्षण में आगामी लोकसभा के संदर्भ में कांग्रेस को खराब प्रदर्शन करते दिखाया गया है |
शिंदे ने मीडिया से सकारात्मक खबरों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया |
स्त्रोत : आज तक