फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११५
धर्मशिक्षाके अभावके कारण हिंदुओंके श्लोकोंका इसप्रकार अनादर करनेवाले हिंदुही हिंदुधर्मके खरे शत्रु !
|
पुणे (महाराष्ट्र) : यहांके म्हात्रे पूल चौक परिसरमें ‘बेलवलकर हाऊसिंग प्रतिष्ठान’द्वारा कल्पक होम्स गृहप्रकल्पका विज्ञापन करने हेतु लगाए गए फ्लेक्स फलकोंके माध्यमसे समर्थ रामदासस्वामीजी रचित ‘मन’के श्लोकोंका अनादर किया गया है । ‘मन’के श्लोकोंके आधारपर प्रकल्पकर्ताओंने 'घरके' श्लोक रचे हैं । स्वारगेट चौक, राजाराम पूल चौक आदि प्रमुख चौकोंमें भी ये फ्लेक्स लगाए गए थे ।
विविध चित्रोंमें ‘पुणेरी पगडी’ धारण किए व्यक्ति निम्नलिखित विविध श्लोक कहते हुए दर्शाए गए हैं ।
गणाधीश जो ईश सगळ्या घरांचा,
मुळारंभ संकल्प, घरे शोधण्याचा,
नमू वास्तू देवा, नमू पुण्य-नगरा,
गमू पंथ, आनंद.. कल्पक घरांचा ॥
– घरके श्लोक
अर्थ : सभी घरका ईश्वर गणपतिका आरंभमें हम स्मरण करेंगे एवं घर ढूंढनेका संकल्प करेंगे । वास्तु देवताको नमन करेंगे एवं मनमें कल्पक घरोंका आनंद अनुभव करेंगे ।
(धर्मशिक्षाके अभावके कारण हिंदु नपुंसक हो गए हैं । इसीलिए आज कोई भी उठता है एवं हिंदुओंके आस्थास्रोतोंका अनादर करता है । क्या कभी कुरानके आयतोंका इस प्रकारसे अनादर होनेका पता चला है ? ‘मन’के श्लोकोंका अनादर करनेमें कल्पनाशक्तिका व्यय करनेवाले जन्महिंदुओंके कारण ही आज हिंदुओंकी धर्मभावना मजाकका विषय बन गया है । जागृत हिंदुओ, ऐसे हिंदुओंको वैधानिक मार्गसे फटकारें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
धर्माभिमानी हिंदु आगे दिए संपर्क पतेपर विरोध अंकित कर रहे हैं ।
कल्पक होम्स, निर्मिति एमिनन्स, ४ था मजला, ११७५/१, एरंडवने, मेहेंदळे गैरेजके समीप, पुणे – ४११ ००४.
दूरध्वनि क्रमांक : (०२०) २५४५१६१०, २५४५६२००
फैक्स क्रमांक : (०२०) ३०२२२५९१
इ-मेल : [email protected]
संकेतस्थल : www.belvalkarhousing.com
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात