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पूर्व क्रिकेट खिलाडी सौरव गांगुली का अब जागा देशप्रेम !
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हम गांगुली जैसे प्रत्येक क्रिकेट खिलाडी से पूछना चाहते हैं कि उनके द्वारा अब तक ऐसा विरोध क्यों नहीं किया गया? गांगुली जैसी बात कर रहे हैं क्या उसी प्रकार अन्य क्रिकेट खिलाडी बोलेंगे ? क्या वे पैसा, प्रसिद्धी और अपने कैरीयर का ही विचार करते हैं ? – हिन्दूजागृति
नर्इ दिल्ली : भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने आज बीसीसीआई का समर्थन करते हुए कहा कि सरहद पार से आतंकवाद पर रोक लगने तक पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध बहाल नहीं किये जा सकते। पीसीबी ने भारत से इस साल द्विपक्षीय श्रृंखला की मेजबानी की अपील की थी। दोनों देशों के बीच २०२३ के आखिर तक आठ साल में पांच श्रृंखलायें कराने के लिये सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुए थे।
बोर्ड ने भारत सरकार से इस पर बात करने का वादा किया था लेकिन गुरदासपुर में कल हुए आतंकी हमले के बाद बोर्ड सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि इन हालात में पाकिस्तान के साथ कोई क्रिकेट नहीं हो सकता। गांगुली ने यहां अपोलो म्युनिख हैल्थ इंश्योरेंस के एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा, बीसीसीआई का कहना सही है कि द्विपक्षीय क्रिकेट बहाल होने से पहले आतंकवाद पर पूरी रोक लगनी चाहिये। बतौर इंसान भी हम चाहते हैं कि आतंकवाद पूरी तरह से खत्म हो। उन्होंने कहा, भारत-पाकिस्तान श्रृंखला में यह हमेशा होता है। जहां तक हमारी समझ है कि यह बेहद रोमांचक और मनोरंजक श्रृंखला होती है लेकिन इससे उन लोगों का दर्द कम नहीं होगा जो आतंकवादी हमलों का शिकार हुए हैं, खासकर कल गुरदासपुर की घटना के बाद।
गांगुली ने कहा, यह काफी समय से हो रहा है। हम २००४ में जब पाकिस्तान गए थे तब मैं टीम का कप्तान था और हमने पहली बार वहां टेस्ट और वनडे श्रृंखला जीती थी। वह श्रृंखला १५ साल बाद खेली गई थी।
स्त्रोत : जी न्यूज