-
इस समाचार से हिन्दुआें के मन में विचार आया होगा कि, जो त्रिपुरा के राज्यपाल को लगता है वह मोदी सरकार के किसी भी मंत्री को क्यों नहीं लगता ? क्या उन्हें देशहित से अधिक अल्पसंख्यकों की भावनाएं महत्त्वपूर्ण है ? अब देशप्रेमियों को मोदी सरकार से इसका उत्तर मांगना चाहिए तथा याकूब के जनाजे को उपस्थित लोगों पर कठोर कार्यवाही करने की मांग करनी चाहिए ! – हिन्दूजागृति
कोलकाता : त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत राय ने कहा कि, खुफिया एजेंसियों को १९९३ मुंबई विस्फोट के गुनहगार याकूब मेमन के परिजन और दोस्तों को छोड़कर अंतिम संस्कार में एकत्र हुए सभी लोगों पर नजर रखना चाहिए क्योंकि उनमें से कई ‘संभावित आतंकवादी’ हो सकते हैं।
राय ने ट्वीट किया, ‘खुफिया को मेमन के अंतिम संस्कार में आने वाले सभी पर (रिश्तेदार और दोस्तों को छोड़कर) नजर रखना चाहिए। कई संभावित आतंकी हो सकते हैं।’ राज्यपाल ने ट्वीट किया, ‘‘यह मेरा संवैधानिक दायित्व है कि सार्वजनिक हित के मुद्दे को लोगों के ध्यान में लाउं। इससे राज्यपाल के तौर पर मेरी हैसियत से कोई समझौता नही हुआ है ।’
बाद में, यहां एक टीवी समाचार चैनल से बात करते हुए राय ने कहा कि उन्होंने मेमन के परिजन और दोस्तों को इससे बाहर रखा है। उन्होंने कहा, ‘दूसरे लोग ऐसे व्यक्ति को देखने के लिए क्यों आए जिसे फांसी दी गयी। जरूर उन्हें उससे सहानुभूति रही होगी।’ राय ने ट्वीट में यह भी कहा,‘जब मैंने खुफिया निगरानी का सुझाव दिया, मैंने समुदाय का जिक्र नहीं किया।’
स्त्रोत : जी न्यूज