आषाढ शु ९, कलियुग वर्ष ५११४
अकोला – शेगांव, पंढरपुरसहित संपूर्ण महाराष्ट्रके सभी तीर्थस्थल मद्यमुक्त होने चाहिए । वहांके मद्यकी दुकानें नगरपालिका एवं गांवसे दूर होनी चाहिए एवं वह तीर्थस्थल पवित्र घोषित करने चाहिए, व्यसनमुक्ति जागरण अभियानद्वारा ऐसी मांग की गई है ।
पंढरपुरमें व्यसनमुक्ति जागरण अभियानके महाराष्ट्रके प्रमुख कार्यकर्ताओंका सम्मेलन हालहीमें संपन्न हुआ । इस सम्मेलनमें महाराष्ट्र शासनसे यह मांग की गई । इस आशयका आवेदन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहानको भेजा गया । शेगांव तीर्थक्षेत्र पूरीतरहसे मद्यमुक्त करें, इस मांगका आवेदन दो वर्ष पहले ही तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक चौहानको को अनेक मान्यवरोंने ३ जून २०१० को मुंबईमें जाकर दिया था । साथ ही विदर्भके गजानन महाराजके अनेक भक्तोंने भी इस प्रकारका आवेदन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहानके पास भेजा है । ( दो वर्ष पूर्वसे इस विषयपर मांगकी गई है; परंतु मुख्यमंत्री द्वारा उसपर कोई कार्यवाही न करनेसे यह स्पष्ट होता है कि, उनकी दृष्टिमें हिंदु श्रद्धास्थानोंकी पवित्रताका कोई भी महत्त्व नहीं है । , ऐसा ही दिखता है । हिंदुओ, ऐसे आंदोलन करने एवं आवेदन देनेकी अपेक्षा ऐसे हिंदुद्रोही राजनेताओंको पदच्युत कर राष्ट्रप्रेमी एवं धर्मप्रेमी राजनेताओंका हिंदु राष्ट्र स्थापित करें ! – संपादक ) पंढरपुरके विठ्ठल एवं शेगांवके गजानन महाराज मुख्यमंत्रीको सभी तीर्थक्षेत्र मद्यमुक्त करनेकी सदबुद्धि प्रदान करें, इसके लिए विदर्भके व्यसनमुक्ति जागरण अभियानके सहस्रों कार्यकर्ता, वारकरी, किसान आगामी ३० जूनको शेगांव एवं पंढरपुरमें एकत्रित होंगे ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात