सिंहस्थपर्व में धर्महानि !
नासिक – पवित्र गोदावरी नदी के घाट पर बसे अतिप्राचीन एवं प्रसिद्ध सुंदरनारायण मंदिर की पिछली दीवार का उपयोग लघुशंका करने हेतु किया जा रहा है; परंतु प्रशासन का इस ओर अक्षम्य दुर्लक्ष हो रहा है । श्री सुंदरनारायण मंदिर प्राचीन होने से वह पुरातत्व विभाग के नियंत्रण में आता है । सिंहस्थपर्व के उपलक्ष्य में आए अनेक भक्त दर्शन करने हेतु श्री सुंदरनारायण मंदिर में आते हैं । इस मंदिर के बाजू में ही स्थित एक पूल के नीचे अनेक मद्यपी एवं बदमाश रहते हैं । ऐसा देखने में आया है कि इस ओर भी प्रशासन द्वारा दुर्लक्ष किया जा रहा है ।
इस प्रकार का दुष्कृत्य करनेवाले लोग बाहर के ही हैं, सिंहस्थपर्व तक पुलिस सुरक्षा मांगेंगे ! – श्री. तेजस पुजारी, श्री सुंदरनारायण मंदिर
इस विषय में श्री. तेजस पुजारी से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं पिछले अनेक वर्षाें से यहां पूजन करता हूं; परंतु अब तक ऐसी घटना कभी नहीं हुई । नासिकवासियों को इस मंदिर का महत्त्व ज्ञात है तथा उस पर उनकी अपार श्रद्धा है । इस घटना के पीछे स्थानीय नागरिक हो ही नहीं सकते । बाहर से आए किसी ने यह हे दुष्कृत्य करने की संभावना है । इस घटना के पता चलते ही हम स्थानीय लोगों के सहयोग से संबंधित लोगों का कठोरता से शोधन कर रहे हैं । शीघ्र ही पुलिस से हम हमारे मंदिर के लिए सिंहस्थपर्व तक पुलिस सुरक्षा की मांग करेंगे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात