चितवन (नेपाल) : ‘हिन्दू राष्ट्र’ बचाओ आंदोलन संगठनद्वारा नेपाल को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने की मांग के लिए मध्य एवं पश्चिम नेपाल के चितवन, नावालापारसी, सायंजा एवं रुपन्डेही इन ४ जिलों में दिए बंद के आवाहन का हिन्दुओंने समर्थन किया।
इस सार्वत्रिक संप में सहस्त्रोंकी संख्या में हिन्दू सम्मिलित हुए थे। इस समय नेपाल के राष्ट्रीय महामार्गोंपर होनेवाली यातायात रोक दी गई थी। उपरोक्त चारों जिलो में शैक्षणिक संस्था, व्यावसायिक आस्थापन, उद्योग इत्यादि उत्स्फूर्त होकर बंद रखे गए थे।
इस आंदोलन को राष्ट्रीय प्रजातंत्र पक्ष का समर्थन था। साथ ही इस आंदोलन में नेपाली कांग्रेस एवं साम्यवादी पक्ष के कुछ लोगोंने भी भाग लिया था। गायन्दाकोट (नावालापारसी) के मुक्तिपीठ के स्वामी कमलनयन के शिष्योंने दिनभर कीर्तन कर महेंद्र राजमार्ग अडाकर रखा था। हडताल में नेपाल के भरतपुर, नारायणघाट एवं तंडी इत्यादि महत्त्वपूर्ण नगरोंके नागरिक भी सम्मिलित हुए थे।
नेपाल के महत्त्वपूर्ण राजनीतिक पक्षोंने धर्मनिरपेक्ष संविधान को सम्मति दी थी। वर्तमान में वहां इस पर जनमत लेने की प्रक्रिया चालू है। इस सर्वेक्षण में नेपाल के अधिकांश हिन्दुओंका धर्मनिरपेक्ष संविधान को विरोध स्पष्ट हो रहा है।
उन्हें ‘हिन्दू राष्ट्र’ ही चाहिए। जनमत का यह आग्रह देख संविधान समिति ने संविधान से ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द को हटा कर ‘धार्मिक स्वतंत्रता’ शब्द अंतर्भूत किया था; परंतु हिन्दुओंको यह स्वीकार नहीं है। इन संगठनों का कहना है कि ‘हिन्दू राष्ट्र्र’ में भी अहिन्दुओंके धार्मिक अधिकार अबाधित रहेगे, परंतु धर्मपरिवर्तन पर कठोर उपाययोजना की जाने की उन्होंने मांग की है।
‘‘हिन्दू राष्ट्र’ बचाओ आंदोलन’ संगठन के एक समन्वयक डॉ. जगत बहादूर पाठक ने इस आंदोलन की सफलता के लिए समस्त हिन्दुओंके प्रति कृतज्ञता तथा नेपाल के शीघ्र ही ‘हिन्दू राष्ट्र’ होने की आशा व्यक्त की है। भाजपा के सांसद योगी आदित्यनाथ ने भी नेपाल देश को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने की मांग का समर्थन किया है।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात