सांगली-महाराष्ट्र के जिलाधिकारीद्वारा शासन एवं पुलिस अधीक्षक को पत्र
देवी-देवताओंका मानवीकरण अथवा अन्य माध्यमोंसे विडंबना न हो, इस हेतु पिछले १३ वर्षोंसे हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा अनेक चरणोंपर आंदोलन चलाए जा रहे हैं। हिन्दुत्वनिष्ठ एवं वारकरियोंद्वारा एकत्रित आयोजित पत्रकार परिषद के पश्चात सांगली के जिलाधिकारी ने उठाया हुआ यह कदम निश्चित रूप से स्वागतार्ह है !
सर्वत्र के जिलाधिकारी उनका अनुकरण करें !
सांगली (महाराष्ट्र) : गणेशोत्सव की कालावधि में अनेक स्थानोंपर भगवान श्री गणेश जी की मूर्तियां उनके मानवीकरण अथवा अन्य रूपों में दिखाई देती हैं। इस संदर्भ में समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एवं वारकरी संप्रदायद्वारा जिलाधिकारी को शासनद्वारा उचित वैधानिक कार्यवाही करने की मांग का निवेदन दिया गया था।
प्रस्तुत है, कुछ उदाहरण ….
इस निवेदन पर सांगली के जिलाधिकारी श्री. शेखर गायकवाड ने पर्यावरण सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग मुंबई एवं सांगली पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर शासन एवं पुलिस अधीक्षकद्वारा उचित कार्यवाही करने के संदर्भ में सूचित किया है। (हिन्दुत्वनिष्ठोंके निवेदन को त्वरित प्रतिसाद देकर अगली कार्यवाही करनेवाले सांगली के जिलाधिकारी का अभिनंदन ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस संदर्भ में समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एवं वारकरी संप्रदायद्वारा जुलाई २०१५ में जाहिर पत्रकार परिषद आयोजित कर मूर्तिकारोंको ऐसी मूर्तियां बनाना टालने हेतु मांग की गई थी। तदुपरांत जिलाधिकारी को इस संदर्भ में निवेदन दिया गया था। निवेदन देने पर जिलाधिकारी ने इस पर ध्यान देकर उपरोक्त कार्यवाही की है।
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देखिये, शास्त्रानुसार गणेशोत्सव कैसे मनाऐ –
• प्रदूषणमुक्त एवं शास्त्रानुसार गणेशोत्सव मनाकर श्री गणेशकी कृपा संपादन करे !
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात