फाल्गुन शुक्ल पक्ष पंचमी, कलियुग वर्ष ५११५
क्या भाजपाके राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह धर्मांधोंको बांग्लादेशके हिंदुओंपर होनेवाले अत्याचारोंके विषयमें क्षमायाचना करनेके लिए कहेंगे ?
धर्मांध बहुसंख्यक हो अथवा अल्पसंख्यक वे अन्य धर्मियोंपर निश्चित रूपसे आक्रमण करते हैं !
|
ढाका (बांग्लादेश) : बांग्लादेशके निल्फामारी जनपदमें लक्ष्मीचाप युनियन गांवमें धर्मांधोंद्वारा हिंदुओंके ७ घर जलाए गए, जिसमें स्वतंत्रतासेनानी त्रैलोक्य चंद्र रायके घरका भी समावेश है । उपरोक्त घटना २३ फरवरीको दिन ११ बजे घटी ।
एक प्रत्यक्षदर्शीने देखी घटनाके अनुसार एक महिला एवं पुरुषने ऊपरी स्थानपर स्थित घरोंके समूहको आग लगाई एवं वे पलायन करने ही वाले थे कि स्थानीय रहिवासियोंने उन्हें पकडकर पुलिसके स्वाधीन किया ।
इस विषयमें महिला सहेला बेगमको पहचान लिया गया है । तब भी पुलिसकर्मियोंने उसे बंदी नहीं बनाया । उसे छोड दिया । इस आगजनीमें त्रैलोक्य चंद्र रायके ५ लाख रुपयोंका साहित्य जलकर राख हो गया ।
इस प्रकरणमें बांग्लादेश ‘मायनॉरिटी वॉच संस्था’के संस्थापक-अध्यक्ष अधिवक्ता रवींद्र घोषने संबंधित पुलिस थानेके वरिष्ठ पुलिस अधिकारियोंसे संपर्क करनेपर उन्होंने निरर्थक उत्तर देकर टाल दिया ।
(बांग्लादेशके अल्पसंख्य हिंदुओंपर बहुसंख्यक धर्मांध आक्रमण करते हैं एवं पुलिस उन्हें छोड देती है, जबकि भारतमें अल्पसंख्यक धर्मांध बहुसंख्य हिंदुओंपर आक्रमण करते हैं एवं पुलिस धर्मांधोंको छोड देती है ! धर्मांध बहुसंख्यक हो अथवा अल्पसंख्यक वे अन्य धर्मियोंपर निश्चित रूपसे आक्रमण करते हैं ! इस हिंस्र मानसिकता रोकने हेतु स्वसुरक्षा प्रशिक्षण लें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात