फाल्गुन शुक्ल पक्ष पंचमी, कलियुग वर्ष ५११५
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लाहौर(पाकिस्तान) : पाकिस्तान में एक व्यक्ति ने जिहाद के नाम पर अपने तीन युवा बेटों को जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद को सौंप दिया है। जमात-उद-दावा के सक्रिय कार्यकर्ता अबू हैदर ने लाहौर से ८० किलोमीटर की दूरी पर ननकाना साहिब में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान अपने तीन बेटों को जिहाद (कथित तौर पर धर्म युद्ध) के लिए सौंप दिया।
सईद ने हैदर के इस कार्य की सराहना करते हुए उन्हें एक बहादुर पिता की संज्ञा दी। इस अवसर पर, सईद ने कहा, “जिहाद (कथित तौर पर धर्म युद्ध) मुस्लिमों के खिलाफ नहीं है। यह हमेशा काफिरों के खिलाफ है। मुस्लिमों के आंतरिक संघर्षों के लिए जिहाद का इस्तेमाल कभी नहीं करना चाहिए।”
जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयब्बा के बीच संबंध
पाकिस्तान स्थित जमात-उद-दावा एक आतंकी संगठन है। यह भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में २००८ में हमले के लिए दोषी लश्कर-ए-तैयब्बा का मूल संगठन है। इस हमले में १६६ लोग मारे गए थे और कई लोग घायल हो गए थे।
जमात-उद-दावा पर नहीं है, कोई औपचारिक प्रतिबंध
जमात-उद-दावा पर कोई औपचारिक प्रतिबंध नहीं है। इसका मुखिया हाफिज सईद लाहौर में स्वतंत्र रूप से रह रहा है। गौरतलब है कि हाफिज सईद पर अमेरिका ने १० मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है।
कुरान में जिहाद की परिभाषा
इस्लाम में, आज के समय में जिस शब्द को सबसे चालाकी से इस्तेमाल किया जा रहा है वह है – जिहाद। इसे तोड़-मरोड़कर कट्टरवादी तत्व अपने हितों को साध रहे हैं।
कुरान के अनुसार, इस्लाम में जिहाद का अर्थ खुदा के प्रति अपने आप को समर्पित कर देना है ना कि किसी निर्दोष की हत्या करना। जबकि आतंकी संगठन इसका गलत अर्थ निकाल रहे हैं और वे आत्मघाती हमले के लिए इस्लाम के अनुयायियों को तैयार करते हैं। उन्हें बताया जाता है कि इस कृत्य से वे सीधे स्वर्ग में जाएंगे। कुरान में जिहाद का मतलब है अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए खुदा को अपनी जिंदगी और धन समर्पित करना।
क्या कहते हैं आतंकी संगठन
जिहाद का कॉन्सेप्ट कुरान से लिया गया है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि आज के समय में इसका गलत तौर पर इस्तेमाल हो रहा है। दुनिया भर में आतंकी संगठन इस्लाम के नाम पर जिहाद के लिए अपने अनुयायियों को भड़का रहे हैं। आतंकवादी घटनाओं में निर्दोष लोगों की मौत हो रही है। यह सब जिहाद के नाम पर खुलेआम किया जा रहा है। गैर-इस्लामिक कृत्य के कारण इस्लाम की छवि दुनिया भर में बदनाम हो रही है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर