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यौन संबंध बनाने से मना ‌किया तो IS ने १९ युवतियों का किया कत्ल

संगठन का झंडा दिखाते आईएसआईएस आतंकी।

बेरूत : आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इराक के मोसुल में १९ महिलाओं की हत्या कर दी है। कुर्दिश अफसरों ने इसे कन्फर्म किया है। संगठन के लड़ाकों से रिश्ते न बनाने पर महिलाओं को मारा गया है। घटना एक-दो अगस्त की है।

कुर्दिश डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रवक्ता मिमोसिनी ने बताया कि संगठन के अंदर ही रैंकिंग के आधार पर कम उम्र की लड़कियों और महिलाओं की खरीद-फरोख्त हो रही है। उन्होंने एक इराकी न्यूज एजेंसी को बताया, “पिछले दो दिनों में 19 महिलाओं की हत्या की जा चुकी है। इन सभी ने सेक्शुअल जिहाद में शामिल होने से मना कर दिया था।” गौरतलब है कि कुर्दिश डेमोक्रेटिक पार्टी के दावे से दो दिन पहले ही यूनाइटेड नेशन ने आतंकियों द्वारा सेक्स स्लेव बनाने के लिए बेची जाने वाली लड़कियों और महिलाओं की ‘प्राइस लिस्ट’ सार्वजनिक की थी।

यूएन में ‘सेक्रेट्री-जनरल फॉर सेक्शुअल वॉयलेंस’ की स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव जैनब बांगुरा के अनुसार, इराक और सीरिया के युद्धग्रस्त इलाकों में लड़कियां ‘पेट्रोल कैन’ की तरह खरीदी-बेची जा रही हैं। कई बार आतंकी लड़कियों को इसलिए खरीद लेते हैं, ताकि उनके ही परिवार से लाखों रुपए की फिरौती मांगी जा सके।

सीरिया के अल-कार्यातेन शहर पर आतंकियों का कब्जा

दूसरी तरफ, गुरुवार को आईएसआईएस और बशर सेना के बीच हुई भारी गोलीबारी के बाद आतंकियों ने सेंट्रल सीरिया के अल-कार्यातेन शहर पर कब्जा कर लिया। संगठन ने फिदायीन हमलावरों के जरिए कई आर्मी पोस्ट को बर्बाद कर दिया और टैंक लेकर शहर में घुस गए। अल-कार्यातेन की आबादी ४०,००० है। यहां ज्यादातर ईसाई कम्युनिटी के लोग रहते हैं। पालमीरा के बाद आतंकियों ने सीरिया के दूसरे ऐतिहासिक शहर को अपने कब्जे में लिया है।

यूनाइटेड नेशन को अप्रैल में मिली थी प्राइस लिस्ट

इस्लामिक स्टेट ने महिलाओं की ‘प्राइस लिस्ट’ बीते साल नवंबर में बनाई थी। यूनाइटेड नेशन्स को इसकी हार्ड कॉपी अप्रैल में मिली, जिसके बाद इसकी ऑथेंटिसिटी की जांच की गई। अब यूएन के ‘सेक्रेटरी जनरल फॉर सेक्शुअल वॉइलेंस इन कॉन्फ्लिक्ट’ के स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव जैनाब बांगुरा ने इस लिस्ट को सही बताया है। बांगुरा ने बताया कि यहां लड़कियों को किसी सामान की तरह बेचा जाता है। एक लड़की को ५ से ६ अलग-अलग लोग खरीद सकते हैं। कई बार कुछ फाइटर्स हजारों डॉलर की फिरौती लेकर इन लड़कियों को दोबारा इनके परिवार को ही दे देते हैं।

उम्र के हिसाब से कीमत

आतंकी इनकी कीमत उम्र के हिसाब से लगाते हैं। उम्र जितनी ज्यादा होगी, कीमत उतनी ही कम लगेगी। उम्र के लिहाज से लिस्ट में सभी की कीमत इराकी दीनार में दिखाई गई है। साथ ही, ये कीमत डॉलर में भी दी गई है। लिस्ट के मुताबिक कीमतें कुछ इस तरह हैं…
१ से ९ साल के बच्चे की कीमत १६५ डॉलर (१०,५०० रुपए)।
२० साल से कम उम्र की लड़की की कीमत १२४ डॉलर (करीब ८,००० रुपए)।
४० साल की उम्र तक की महिलाओं की कीमत ४१ डॉलर (करीब २,६१७ रुपए)।

इस्लामिक स्टेट के मैरिज ब्यूरो

बांगुरा ने बताया कि इस्लामिक स्टेट के अपने मैरिज ब्यूरो हैं जो शादियों और महिलाओं के बाजार लगाते हैं। वहीं से इनकी कीमत भी तय होती है। उन्होंने बताया कि कीमत तय होने के बावजूद लड़कियों की कीमत का आखिरी फैसला बाजार में लगने वाली बोली पर ही होता है। इस्लामिक स्टेट के कमांडर इन्हें खरीदने का पहला मौका अपने फाइटर्स को देते हैं। इसके बाद अमीर विदेशी लोगों को बोली लगाने का मौका मिलता है। कई बार हजारों डॉलर में इनकी बोली लगती है। वहीं, लड़ाकों को लिस्ट के मुताबिक ही कीमत चुकानी होती है।

 स्त्रोत : भास्कर 

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