स्वच्छता के नाम पर नासिक महानगरपालिकाद्वारा अपव्यय
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नासिक (महाराष्ट्र) : सिंहस्थपर्व के उपलक्ष्य में नासिक महानगरपालिकाद्वारा प्रतिदिन साधुग्राम के मार्ग स्वच्छ किए जा रहे हैं।
इस काम के लिए महानगरपालिकाद्वारा ठेका दिया गया है तथा वर्तमान में ठेकेदारोंके माध्यम से स्वच्छता का कार्य चालू है। तब भी ऐसा देखने में आता है कि बिना कुडेवाले मार्ग स्वच्छ किए जा रहे हैं। लगभग २५ से ३० महिलाएं एक ही स्थान पर झाडू मारती दिखाई दे रही हैं।
इस विषय में एक ठेकेदार से प्राप्त जानकारी निम्नानुसार है …
१. रस्ते की सफाई के काम से संबंधित ठेकेदारोंद्वारा महिला कामगारोंकी नियुक्ति की जा रही है तथा प्रत्येक महिला को प्रति माह लगभग साढेआठ सहस्र रुपए वेतन दिया जा रहा है।
२. महिला कामगारोंके अनेक गुट किए गए हैं तथा एक गुट में २५ से ३० महिलाओंका समावेश है।
३. महिला कामगारों में प्रत्येक को एक सेक्टर वितरित किया गया है तथा यह परिसर लगभग ३ कि.मी.का है।
४. मार्ग, पदपथ, मार्ग के समीप के नाले, साधुग्राम के अंदर का परिसर इत्यादि स्थानपर स्वच्छता के कार्य प्रतिदिन किए जाते हैं। इस लिए दो पाली में काम करना पडता है।
५. कूडा न रहते में इन महिलाओंद्वारा किया जानेवाला रस्ते की सफाई का काम जनता के लिए आलोचना का विषय सिद्ध हुई है। इस पर ‘यह तो जनता के पैसोंका अपव्यय ही है’ नागरिक ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात