फाल्गुन शुक्ल पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११५
पुणे (महाराष्ट्र), २ मार्च (वार्ता.) – हिंदुओंका श्रद्धास्थान एरंडोल स्थित महाभारतकालीन पांडववाडा स्थायी रूपसे हिंदुओंके नियंत्रणमें रहे, तथा राष्ट्रीय स्मारकके रूपमें पांडववाडाका जतन करें, इस हेतु हिंदू जनजागृति समितिकी ओरसे २ मार्चको निगडी-प्राधिकरण स्थित श्री मधुकर पवळे उड्डाणपुलके निकट राष्ट्रीय हिंदु आंदोलन आयोजित किया गया । इस अवसरपर २२५ हिंदु धर्माभिमानी उपस्थित थे । आंदोलनका प्रारंभ लोकमान्य तिलककी प्रतिमाको पुष्पहार अर्पण कर किया गया ।
क्षणचित्र
१. एक व्यावसायी श्री. स्वामीने आंदोलनसे प्रभावित होकर धर्मकार्य हेतु कोई भी कृत्य तथा सहायता करनेकी इच्छा व्यक्त की ।
२. आंदोलन देखकर श्री. गजानन बडे उत्स्फूर्तता से कार्यमें सम्मिलित हुए तथा हस्ताक्षर अभियान चलाया । साथ ही रिक्शाचालक भी उत्स्फूर्ततासे सम्मिलित हुए ।
३. सूत्रसंचालकद्वारा तिलक लगानेका धार्मिक कृत्य प्रतिदिन करें, ऐसा आवाहन करनेपर मनसेके नगरसेवक श्री. अनंत कोर्हाळेने त्वरित स्वयंके माथेपर तिलक लगाया तथा दूसरोंको भी लगानेको कहा । (ऐसे धर्माभिमानी सर्वत्र होने चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
मान्यवर व्यक्तियोंद्वारा प्रस्तुत किए गए वैशिष्ट्यपूर्ण मत
- पांडववाडा हथियानेका मुसलमानोंका प्रयास निरस्त करेंगे ! – श्री अनंत कोर्हाळे, नगरसेवक, मनसे
- हिंदू जनजागृति समितिका कार्य देखते हुए उपस्थित हिंदुओंका तेज तथा निश्चय देखकर केवल भारतमें ही नहीं, अपितु शीघ्र ही संपूर्ण विश्वमें हिंदु राष्ट्र आनेवाला है ! – श्रीमती सुलभा उबाळे, नगरसेविका, शिवसेना
- सभी मंदिर पुनस्र्थापित होने आवश्यक हैं ! – श्री. मोरेश्वर शेडगे, पिंपरी-चिंचवड अध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा
- वर्तमानमें हिंदुओंपर होनेवाले आक्रमण देखकर मैं निराश हो गया था; किंतु समितिका आजका आंदोलन देखकर मनमें नई आशा जागृत हुई है । `आपने आजतक हिंदुओं हेतु क्या किया’, यह प्रश्न प्रत्येक राजनैतिक पक्षसे पूछना चाहिए । – श्री. नितीन घोट्कुले, इस्कॉन संप्रदाय
इस आंदोलनमें शिवसेना नगरसेविका श्रीमती संगीता पवार, भाजपा मंडलके सरचिटणीस श्री. दत्ता कोरडे तथा हिंदू जनजागृति समितिके श्री. पराग गोखले आदि मान्यवर उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात