राष्ट्र एवं धर्म पर होनेवाले आघातोंके विरुद्ध आवाज उठाने हेतु पूरे भारत में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ !
• देश में भाजपा शासन सत्ता में होते हुए हिन्दुओंको ऐसे आंदोलन करना पडे, यह क्रोधजनक है !
• ऐसी स्थिति में मोदीद्वारा बताए गए ‘अच्छे दिन’ कैसे आएंगे ?
मुंबई : देश में शासनद्वारा राष्ट्र एवं धर्म की हानि करनेवाली घटनाओंपर त्वरित ध्यान देकर उन पर कार्यवाही करने की मांग को लेकर अगस्त २०१५ महिने में पूरे देश में हिन्दुनिष्ठोंद्वारा राष्ट्रीय हिंदू आंदोलन का आयोजन किया जा रहा है।
इस आंदोलन में मुख्य रूप से आगे दी गई मांगें की जाएगी !
१. देशद्रोही आतंकवादी याकूब मेमन का समर्थन करनेवालोंपर देशद्रोह का अपराध प्रविष्ट करें !
न्यायालयीन प्रक्रिया चला कर २५७ निर्दोष लोगोंकी मृत्यु के लिए कारणभूत देशद्रोही आतंकवादी याकूब मेमन को पूरे २२ वर्षोपरांत फांसी दी गई तथा राष्ट्रपति ने भी उसका दया की अर्जी अस्वीकार की। यह सब प्रक्रिया चला कर भी ओवैसी, अबू आजमी इत्यादि धर्मांध नेताओंने याकूब को निष्पाप सिद्ध कर देश की न्यायव्यवस्था के विरोध में अल्पसंख्यकोंके मन में अन्याय की भावना जागृत की तथा तथाकथित समाजसुधारकोंने भीषण दबावतंत्र का उपयोग कर इस आग को भडकाया। दोषी सिद्ध हुए एक देशद्रोही के समर्थनार्थ प्रयत्न करना देशद्रोही कृत्य में सम्मिलित होना ही है। भविष्य में राष्ट्र के लिए यह विनाशक सिद्ध हो सकता है।
इसी लिए यदि आतंकवाद को जड से नष्ट करना है, तो उसके समर्थकोंपर रोब जमाना आवश्यक है। अतः याकूब का समर्थन करने एवं न्यायव्यवस्था के विरोध में जानेवाले सभी लोगोंपर देशद्रोह के अपराध प्रविष्ट कर उन पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए। साथ ही यदि याकूब समान देशद्रोहियोंकी चापलूसी स्थायी रूप से रोकने हेतु आतंकवादी को सर्वोच्च न्यायालयद्वारा शिक्षा सुनाई गई एवं राष्ट्रपतिद्वारा दया की अर्जी अस्वीकार की गई, तो उस पर ऐसा सक्षम कानून पारित करना चाहिए, जिस से कोई प्रणाल एवं सभा विचार-विमर्श न कर सकें।
२. उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार सार्वजनिक स्थल पर नमाजपठन करने पर प्रतिबंध लगाए !
हाल-ही में मुंबई उच्च न्यायालयद्वारा आदेश दिया गया है कि मार्ग यातायात के लिए होने के कारण वहां पंडाल न खडा करें। इस आदेश से अब सार्वजनिक गणेशोत्सव, नवरात्रोत्सव, दहीहंडी इत्यादि हिन्दुओंके त्यौहार मनाने पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे। उच्च न्यायालय के इस आदेश का पालन कर, मार्ग, रेल्वेफलाट जैसे सार्वजनिक स्थानोंपर नमाजपठन करने पर भी प्रतिबंध लगाया जाए।
३. ‘शान-ए-पाकिस्तान’ कार्यक्रम निरस्त करें !
शत्रुराष्ट्र पाकिस्तान भारत के सीमावर्ती क्षेत्र में निरंतर गोलीबारी कर रहा है। दूसरी ओर आतंकवादियोंको भारत में घुसा कर रक्तपात जैसे कृत्य भी कर रहा है। किसी ने यदि ऐसा कहा कि पाकिस्तान ने भारत से अघोषित युद्ध ही छेडा है, तो भी अनूचित नहीं होगा। ऐसे देश के साथ १० से १२ सितंबर की कालावधि में देहली में ‘शान-ए-पाकिस्तान’ कार्यक्रम आयोजित किया गया है । इस कार्यक्रम में पाकिस्तान के कलाकारोंद्वारा कव्वाली का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है। ये कार्यक्रम निरस्त करें !
४. तेलंगाना के हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक श्री. राजासिंह लोध (ठाकूर) को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करें !
तेलंगाना के तीव्र हिन्दुत्वनिष्ठ नेता एवं भाजपा के विधायक श्री. टी. राजासिंह लोध एवं उनके परिवारजनोंको धर्मांधोंद्वारा जान से मारने की धमकियां आ रही हैं। इस की जांच हो तथा उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा पूर्ति कर स्वसंरक्षणार्थ शस्त्र अनुज्ञप्ति भी दें।
५. कर्नाटक राज्य में हिन्दुओंके मंदिर व्यवस्थापन (मुजराई) विभाग में की गई अन्य धर्मिय अधिकारियोंकी नियुक्ति निरस्त करें !
कर्नाटक राज्य में हिन्दुओंके मंदिरोंका व्यवस्थापन देखनेवाले मुजराई (इंडोमेंट) विभाग में ४ मुसलमान एवं २ ईसाई अधिकारियोंकी नियुक्ति की गई है। हिन्दुओंके मंदिरोंसे संबंधित विभाग में की गई अन्य धर्मियोंकी नियुक्ति त्वरित निरस्त करें एवं इस प्रकार से अन्य धर्मियोंकी नियमबाह्य नियुक्ति करनेवालोंपर कार्यवाही हों।
आंदोलन के माध्यम से हिन्दुनिष्ठोंद्वारा की जानेवाली मांगे
• देशद्रोही आतंकवादी याकूब मेमन का समर्थन करनेवाले देशद्रोहियोंपर अपराध प्रविष्ट करें !
• उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार सार्वजनिक स्थान पर नमाजपठन करने पर प्रतिबंध लगाया जाए !
• शत्रुराष्ट्र पाकिस्तान का ‘शान-ए-पाकिस्तान’ कार्यक्रम निरस्त करें !
• तेलंगाना के हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजासिंह लोध को अतिरिक्त सुरक्षा दें !
• कर्नाटक राज्य के हिन्दू मंदिर व्यवस्थापन विभाग में की गई (मुजराई) मुसलमान एवं ईसाई अधिकारियोंकी नियुक्ति निरस्त करें !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात