फाल्गुन शुक्ल पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११५
ठाणे जनपदाधिकारी श्री. पी. वेलरासुको निवेदन देते हुए समितिका शिष्टमंडल निवेदनके साथ अधिकांश मात्रामें हस्ताक्षर प्राप्त किए गए । यह देखकर जनपदाधिकारी पी. वेलरासु प्रभावित हुए । उन्होंने यह आश्वासन दिया कि मैं त्वरित इस निवेदनकी १० छायांकित प्रति निकालकर संबंधित विभागोंको भेजूंगा ।
ठाणे (महाराष्ट्र) – राष्ट्रीय हिंदु आंदोलनद्वारा ठाणे जनपदाधिकारी पी. वेलरासुको इस मांगका निवेदन प्रस्तुत किया गया कि जलगांव जनपदमें पांडववाडामें पांडवोंका प्रत्यक्ष निवास था; किंतु आज उस पावन भूमिकी दुर्दशा होते हुए भी किसी राजनेताने स्वतंत्रताप्राप्तिके पश्चात अर्थात गत ६५ वर्षोंसे उसकी ओर ध्यान ही नहीं दिया । अतः भारतकी प्राचीन परंपराकी साक्षी इस ऐतिहासिक धरोहरका जतन करने हेतु शासनको घटनाकी चौकटमें रहकर त्वरित सर्व आवश्यक कृत्य करने चाहिए । साथ ही चुनावमें यदि हिंदुओंके मत चाहिए, तो राजनीतिक दलोंको उनके घोषणापत्रमें राष्ट्रहितके दृष्टिकोणसे हिंदुओंकी मांगोंको समाविष्ट करना चाहिए । निवेदन प्रस्तुत करते समय विहिंपके ठाणे विभाग सहमंत्री श्री. विक्रम भोईर, सनातन संस्थाकी श्रीमती सविता लेले तथा हिंदु धर्माभिमानी श्री. दयानंद हजारे आदि उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात