लखनऊ : मुजफ्फरनगर एक बार फिर सांप्रदायिक संघर्ष का शिकार हुआ है। छपार थाने के अंतर्गत आने वाले खामपुर गांव में अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोगों और कांवड़ियों की झडप के बाद इलाके में तनाव है। दर्जन भर से ज्यादा घायल कांवड़ियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। (हिंदूआें और कितने दिन यूं ही कट्टरपंथियों से मार खाते रहोगे ? क्या ये सब रोकने के लिए अब भी कुछ नहीं करोगे ? हिंदूंओ आप पर होनेवाले आक्रमण कोई भी राजनैतिक दल नहीं रोकेगा । इसलिए अब आक्रमण रोकने के लिए और जिहादीयोंको कठोर दंड दिलाने के लिए हिंदू राष्ट्र की स्थापना करो । – हिन्दूजागृति)
बताया जा रहा है कि कांवड़िए हरिद्वार से गंगा जल लेकर धार्मिक नारे लगाते हुए लौट रहे थे। खामपुर गांव के अल्पसंख्याक लोगों ने उनसे कहा कि वे वहां से बिना नारेबाजी किए निकल जाएं। परंतु कांवड़ियों ने इस को नकार दिया । (हम ढोंगी धर्मनिरपेक्षतावादियों से पूछना चाहेंगे की क्या इस देश में हिंदूंआें के धार्मिक नारे लगाने से क्या कट्टरपंथियों का धर्म संकट में पड जाता है ? – हिन्दूजागृति )
धारदार हथियार से किया हमला
कांवड़िए इलाके के एक मंदिर में गंगाजल चढ़ाने के लिए बढ रहे रहे थे, बताया जाता है कि उसी वक्त स्थानिय कट्टरपंथिय लोगों ने कांवड़ियों पर धारदार हथियारों से आक्रमण कर दिया। एसएसपी पुलिस केबी सिंह ने बताया, ‘कुछ लोगों को चोटें आई हैं। हालात काबू में हैं।‘
लेकिन स्थानीय बीजेपी नेता कपिल देव अग्रवाल और हिंदू संगठनों के कई सदस्यों ने कहा कि वह कांवड़ियों के साथ हुई घटना के लिए राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ेंगे। (हम मोदीजी से पूछना चाहेंगे की वे मुसलमानों की साहायता के लिए आधी रात को भी जाने के लिए सिद्ध है, तो क्या वे हिंदूंआें की रक्षा के लिए कुछ नहीं करेंगे ? – हिन्दूजागृति)
स्रोत : आज तक