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समझौता एक्स्प्रेस बमविस्फोट घटनामें जिहादी आतंकवादियोंका हाथ होनेका प्रमाण प्राप्त होनेपर भी

फाल्गुन शुक्ल पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११५

. . . इतने प्रमाण होनेपर भी प्रशासन समझौता बमविस्फोट घटनामें हिंदुत्ववादी संगठनोंको अपराधी सिद्ध करने हेतु क्यों हाथ-पांव मार रहा है ?


१ जुलाई २००९ को अमेरिकाके ट्रेजरी विभागने एक प्रसिद्धीपत्रक प्रसिद्ध किया था । उसमें कराची स्थित लश्कर-ए-तोयबा आतंकवादी संगठनका आतंकवादी आरीफ कासमानी का निर्देश है । इस प्रसिदि्धपत्रकके आधारपर ४ जुलाई २००९ को एक अंग्रेजी वृत्तपत्रमें संरक्षणतज्ञ बी. रमन का लेख प्रसिद्ध हुआ था । प्रस्तुत लेखद्वारा कांग्रेसके घृणास्पद षडयंत्रकी पोल खुली । 

बी. रमन के लेखसे कुछ धक्कादायक सूत्र – 

१. आरीफ कासमानी लश्कर-ए-तोयबाका प्रधान समन्वयक है तथा तोयबाद्वारा की गई अनेक रक्तपाती कार्यवाहियोंमें उसने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है । 
२. कासमानीने लश्कर-ए-तोयबाकी सहायतासे वर्ष २००६ में मुंबई तथा फरवरी २००७ में समझौता एक्स्प्रेसमें बमविस्फोट करवाए । इनमेंसे मुंबईके बमविस्फोट हेतु दाऊदद्वारा अर्थसहायता की गई थी । 
३. कासमानीने अल-कायदा आतंकवादी संगठनको भी धन उपलब्ध कराया, तथा उनकी अन्य सहायता भी की थी । 
४. अल-कायदाने वर्ष २००६ तथा वर्ष २००७ के बमविस्फोटों हेतु कासमानीकी सहायताकेलिए आतंकवादी उपलब्ध कराए थे । 
५. संयुक्त राष्ट्र तथा अमेरिकाद्वारा लश्कर-ए-तोयबा एवं कासमानीको प्रतिबंधित करनेके ६ माह पश्चात पाकके मंत्री रहमान मलिकने समझौता एक्सप्रेस बमविस्फोट घटनामें पाकका हाथ था, ऐसी स्पष्ट स्वीकृति दी थी ।

 

 

आतंकवादियोंकी ‘नार्को परीक्षा’ में समझौता एक्सप्रेस बमविस्फोटमें सिमीका ही हाथ होनेकी बात स्पष्ट !

समझौता एक्सप्रेस बमविस्फोट घटनाका अन्वेषण करनेवाले अन्वेषण तंत्रोंने प्रथम इस घटनामें सिमी तथा लश्कर-ए-तोयबा आतंकवादी संगठनोंको दोषी ठहराया था । सिमीका महासचिव सफदर नागौरी, उसका भाई कमरूद्दीन नागौरी तथा अमिल परवेज की नार्को परीक्षा अप्रैल २००७ को बेंगलुरूमें की गई । इस परीक्षामें उन्होंने, सिमीने पाकस्थित आतंकवादी संगठनकी सहायतासे बमविस्फोट कराया तथा इसमें सिमीके एहतेशाम सिद्दीकी एवं नसीर ये दोनों प्रधान सूत्रधार हैं, ऐसा बताया था । 

 

 

समझौता एक्सप्रेस बमविस्फोट घटनामें हेडलीकी पत्नीद्वारा भी हेडलीका हाथ होनेकी  स्वीकृति !

अमेरिकाके शोध वार्ताकार सेबास्टीयन रोटेलाने एक ब्यौरेमें वर्ष २००८ में हेडलीकी तीसरी पत्नी फैजा ओतल्हाने भी समझौता एक्स्प्रेस बमविस्फोट घटनामें हेडलीका हाथ होनेकी स्वीकृति दी, ऐसा कहा है । इतने प्रमाण होनेपर भी प्रशासन समझौता एक्स्प्रेस बमविस्फोट घटनामें हिंदुत्ववादी संगठनोंको अपराधी सिद्ध करने हेतु क्यों हाथ-पांव मार रहा है ?
(लेखक : श्री. बलबीर पूंज ; संदर्भ : पाक्षिक संघमार्ग, २८.१०.२०१३)

 

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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