केंद्रीय गृहविभाग, मुंबई के महापौर एवं प्रशासनद्वारा राष्ट्रध्वज का अनादर रोकने का आवाहन !
इन सब को आवाहन नहीं, अपितु आदेश देना ही अपेक्षित है !
मुंबई : स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा पिछले १३ वर्षोंसे महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक एवं अन्य अनेक स्थानोंपर प्लास्टिक के राष्ट्रध्वज के माध्यम से होनेवाली राष्ट्रध्वज की विडंबना रोकने हेतु ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान करें’ आंदोलन चलाया जा रहा है।
इस के ही एक भाग के रूप में हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की गई थी, जिस का इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस पर बडा परिणाम दिखाई दे रहा है एवं इस आंदोलन को बडी सफलता मिली है। केंद्रीय गृहविभाग ने समाचारपत्र में विज्ञापन देकर प्लास्टिक के राष्ट्रध्वज उपयोग में न लाने का आवाहन किया है तथा इस विज्ञापन में ध्वजसंहिता की जानकारी देकर राष्ट्रध्वज का अनादर रोकने के विषय में उल्लेख किया गया है। राज्य के गृहविभाग ने राज्य में ऐसे आदेश दिए हैं कि जिलाधिकारी एवं तहसीलदार को प्लास्टिक एवं कागज के राष्ट्रध्वजोंको ठिकाने पर लगाएं।
१. मुंबई के महापौर श्रीमती स्नेहल आंबेकर ने विनती के रूप में एक प्रसिद्धि पत्रकद्वारा जनता को ‘प्लास्टिक का राष्ट्रध्वज उपयोग में न लाने का आवाहन किया है।
२. पुणे जिला प्रशासनद्वारा नागरिकोंको सार्वजनिक रूप से प्लास्टिक के राष्ट्रध्वज उपयोग में न लाने तथा मार्ग पर बिखरे राष्ट्रध्वज महसूल तंत्र के पास संग्रहित करने का आवाहन किया गया है।
३. सातारा में अपर पुलिस अधीक्षक श्री. एन. राकेश कलासागर ने फौजदारी दंडसंहिता धारा १४९ के अनुसार प्लास्टिक एवं कागज के राष्ट्रध्वज का विक्रय करनेवाले १० विक्रेताओंको प्रतिबंधात्मक सूचना (नोटिस) दी है। हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुनील दळवीद्वारा इन दुकानदारोंकी जानकारी श्री. कलासागर को देने पर यह कार्यवाही की गई।
४. पश्चिम महाराष्ट्र के जिले के जिलाधिकारी ने इस प्रकरण पर गंभीरता से ध्यान दिया है तथा प्रशासन को कार्यवाही के आदेश दिए हैं।
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आप देख सकते हैं,
हिन्दू जनजागृति समिति का ‘राष्ट्रध्वजका सम्मान करें’ अभियान
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात