‘सिंहस्थ पर्व – नासिक’
नासिक (महाराष्ट्र) : संत-महंत सिंहस्थ पर्व के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था के संयुक्त तत्वावधान में नासिक में आयोजित ‘राष्ट्ररक्षा एवं धर्मशिक्षा’ विशाल प्रदर्शनी का भ्रमण कर रहे हैं।
कालाराम मंदिर के समक्ष के निर्माण उपवन संकुल के तलघर में लगाई गई यह प्रदर्शनी ३० सितंबर २०१५ तक प्रतिदिन सवेरे १० से रात्रि ८ बजे तक सब के लिए खूली रहेगी।
जालोर (राजस्थान) के संत श्री पीरजी १००८ गंगानाथजी महाराज की भेंट
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जालोर (राजस्थान) के संत श्री पीरजी १००८ गंगानाथजी महाराज (गादीपति भैरुनाथजी अखाडा) ने १४ अगस्त को इस प्रदर्शनी का भ्रमण किया। इस समय उनके साथ श्री मंगलनाथजी महाराज, श्री मोतीनाथजी महाराज, श्री रघुनाथजी महाराज तथा श्री आनंदनाथजी महाराज इत्यादि शिष्य उपस्थित थे। हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. विनय पानवलकर ने संत श्री पीरजी १००८ गंगानाथजी महाराज को प्रदर्शनी का भ्रमण करवाया। महाराज ने भी आत्मियता के साथ पूरे प्रदर्शनी का भ्रमण किया। तदुपरांत उन्हें अध्यात्म विश्वविद्यालय के विषय में दृक्श्राव्यचक्रिका दर्शाई गई। सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति का कार्य जानने पर संत श्री पीरजी १००८ गंगानाथजी महाराजसंत श्री पीरजी १००८ गंगानाथजी महाराज ने कहा कि आपकी प्रदर्शनी जागृति उत्पन्न करनेवाली है। आप हिन्दुत्व के लिए अच्छा कार्य कर रहे हो।
पालघर के संन्यासिनी माताजी ग्याननंदमयीजीद्वारा भी प्रदर्शनी का भ्रमण !
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१५ अगस्त को पालघर जिले के प्रणव कन्या संघ के स्वामी प्रणवानंद महाराज की शिष्या संन्यासिनी माताजी ग्याननंदमयीजी ने भी ‘राष्ट्ररक्षा एवं धर्मशिक्षा’ प्रदर्शनी भ्रमण किया। हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. विनय पानवलकर ने प्रदर्शनी के फलकोंके विषय में अवगत कराया। उन्होंने भी जिज्ञासा से प्रत्येक फलक की जानकारी ली। इस अवसरपर संन्यासिनी माताजी ग्याननंदमयीजी के साथ संन्यासिनी माताजी आत्मस्वरुपानंदमयीजी एवं संन्यासिनी माताजी वेदप्रियानंदमयीजी उपस्थित थीं।
तत्पश्चात संन्यासिनी माताजी ग्याननंदमयीजी ने सनातन संस्था की प्रसारसेविका तथा संत पू. (कु.) स्वाती खाड्ये से भेंट की। पू. (कु.) स्वाती खाड्ये ने संन्यासिनी माताजी ग्याननंदमयीजी का सम्मान किया। तदुपरांत दोनों संतों में ‘राष्ट्ररक्षा एवं धर्मजागृति’ विषय पर विस्तृत रूप से विचार-विमर्श किया गया। संन्यासिनी माताजी ग्याननंदमयीजी ने पू. (कु.) स्वाती खाड्ये को उनके पालघर के आश्रम में आने एवं वहां के शिष्य एवं भक्तगणोंको मार्गदर्शन करने की विनती की एवं कहा कि आपका कार्य प्रशंसनीय है। हम सभी को इस कार्य में सम्मिलित करें।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात