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धर्मध्वज के आरोहण समारोह में सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समिति का उत्स्फूर्त रूप से सहभाग

‘सिंहस्थ पर्व !’ . . . पूरा वातावरण सनातनमय हुआ था !

नाशिक (महाराष्ट्र) : नाशिक के साधुग्राम इस तपोभूमिपर अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाडा, अखिल भारतीय निर्मोही अनी अखाडा तथा अखिल भारतीय निर्वाणी अनी अखाडा इन तीनों अखाडोंके धर्मध्वज का आरोहण उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ।

इस समारोह में सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समिति का उत्स्फूर्त रूप से सम्मिलित होना ध्यान आकर्षित करनेवाला सिद्ध हुआ। सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा साधु-महतोंके उत्स्फूर्त रूप से किए गए आदर की उपस्थितोंने प्रशंसा की।

सनातन के साधक, साथ ही हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताएं प्रातःकाल से सिंहस्थपर्व हेतु पूरे देश से उपस्थित साधु-संतोंका आदर करने हेतु साधुग्राम में उपस्थित हुए थे। साधु-संतोंका आदर करने हेतु प्रत्येक साधक के मन की स्थिती उत्कंठा से ओतप्रोत थी। प्रातः ७ बजे तीनों अखाडोंके धर्मध्वज का पूजन आरंभ हुआ। उस समय सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति के अनुक्रम से साधक एवं कार्यकर्ताओं ने हार्दिक स्वागत के फलक हाथ में पकडे थे।

स्वागत का फलक देखकर अखाडे में प्रवेश करनेवाले साधुओंके मुखपर आध्यात्मिक ऋणानुबंध के भाव स्पष्ट रूप से प्रतीत हो रहे थे। ध्वजपूजन के पश्चात भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. अमित शहा, राज्य के मुख्यमंत्री श्री. देवेंद्र फडणवीस इत्यादि ने प्रत्येक अखाडे में जाकर ध्वजारोहण किया। इस गडबडी में भी मान्यवरोंका ध्यान पिले रंग के चैतन्यदायी फलकोंकी ओर आकर्षित हो रहा था।

इस अखाडे से कुछ दूरी पर त्वरित एक सभा का आयोजन किया गया था। वहां भी सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समिति के साधक एवं कार्यकर्ताएं फलक हाथ में पकड कर स्थान-स्थान पर खडे थे। साथ ही उन्होंने हाथ में राष्ट्र एवं धर्म संदर्भ के प्रबोधनात्मक संदेशवाले पिले रंग के छातें हाथ में पकडे थे। अतः पूरा वातावरण सनातनमय हुआ था !

क्षणिकाएं

१. सनातन के दो साधकोंने ध्वजारोहण के समय पर शंखनाद किया।

२. पुरोहित संघ के एक सदस्य ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते समय बताया कि, कार्यक्रम के स्थान पर तुम्हारे फलक ध्यान आकर्षित करनेवाले सिद्ध हुए थे।

३. कुछ संतोंने, साथ ही श्रध्दालुओंने सनातन के साधक तथा हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओंके हाथ में पकडे फलकोंका छायाचित्रण किया।

४. कुछ स्थानपर पुलिस ने साधकोंके लिए छाया का प्रबंध किया, साथ ही साधकोंकी अपनेपन से पूछताछ भी की।

५. यह समारोह संपन्न होने के पश्चात साधक एवं कार्यकर्ताएं श्री सीताराम बाप्पा के अन्नछत्र में प्रसाद लेने हेतु गए थे, उस समय एक श्रध्दालुने एक साधक के मुंह में अत्यंत प्रेम से एक निवाला भरवाया।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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