चैत्र कृष्ण पक्ष द्वितिया, कलियुग वर्ष ५११५
|
फर्रुखाबाद : होली पर हुए एक आयोजन में पहुंचे आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि छोटा बच्चा और अनुभवहीन व्यक्ति प्रधानमंत्री बनकर देश नहीं चला सकता। उन्होंने अरविंद केजरीवाल को भी सिरे से खारिज कर दिया।
एक गेस्ट हाउस में होली वाले दिन आयोजित 'रंग दे बसंती' कार्यक्रम में श्रीश्री रविशंकर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि देश की वर्तमान हालात को देखते हुए बदलाव जरूरी है। उन्होंने परिवर्तन के साथ ही खिचड़ी सरकार की आलोचना करते हुए छोटी पार्टियों को भी नकार दिया। राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्होंने ने कहा कि किसी छोटे बच्चे को ड्राइविंग सीट पर बिठाना उचित नहीं होगा।
राहुल गांधी की ओर इशारा होने का सवाल करने पर उन्होंने धर्मगुरु की मर्यादा का हवाला देते हुए किसी का नाम लेने से इन्कार कर दिया। अरविंद केजरीवाल के बाबत पूछे जाने पर धर्मगुरू ने कहा कि वह छोटी क्लास (दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी) छोड़कर ऊंची कक्षा में दाखिला लेने पहुंच गए हैं। यह उचित नहीं है। कुछ सीमाएं होने के बावजूद दिल्ली सरकार को पर्याप्त अधिकार हैं, जिनसे जनसेवा की जा सकती थी।
नरेंद्र मोदी का जिक्र होने पर मुस्कुराते हुए कहा कि जनता समझदार है। वह चाहते हैं कि सत्ता अच्छे और सक्रिय लोगों को मिले। सभी राजनेता भ्रष्ट हैं, यह कहना गलत है। विदेशों में जमा काला धन के बारे में पता करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आशाराम बापू या किसी भी व्यक्ति पर न्यायालय से अपराध सिद्ध होने पर ही दोषी माना जाना चाहिए। शंकराचार्य पर आरोप लगे तो मीडिया ने २७०० घंटे का कवरेज किया, पर जब वह दोषमुक्त हुए तो मात्र आठ मिनट का कवरेज किया गया।
स्त्रोत : जागरण