चैत्र कृष्ण पक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११५
समाजको धर्मके संदर्भमें शास्त्रोक्त जानकारी प्राप्त होने हेतु ऐसे कार्यक्रमोंका आयोजन करनेवाले ‘चैनेल १' प्रणालका अभिनंदन !
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दाई ओरसे सूत्रसंचालक कु. आरती म्हात्रे तथा हिंदू जनजागृति समितिकी श्रीमती राधा सुर्वे
पनवेल : ‘चैनेल १' प्रणालपर खबरबात कार्यक्रमकी विशेष बातमें होलिकोत्सवानिमित्त हिंदू जनजागृति समितिकी श्रीमती राधा सुर्वेने ‘होलिकोत्सवका शास्त्र, उसमें अतंर्भूत कुप्रथा'के संदर्भमें जागृति की । उस समय श्रीमती सुर्वेने ‘हुताशनी पुनवका क्या अर्थ है ?', `होलीके दिन कुछ स्थानोंपर गुलमोहरके पुष्पोंकी बरसात क्यों की जाती है ?', ‘होली मनानेके पीछे क्या शास्त्र है, होली प्रज्वलित करनेके पश्चात होनेवाले सूक्ष्मरूपके परिणाम, क्या कूडेकी होली कर सकते हैं ?, धूलिवंदन किस प्रकार मनाए जाएं ? साथ ही रंगपंचमी मनाते समय किस प्रकारके रंगोंका उपयोग करना चाहिए, रंगोंके गुब्बारे फैककर मारना, क्या यह उचित बात है ? तथा इस उत्सवमें किए जानेवाले अनाचारोंके संदर्भमें हिंदू जनजागृति समितिद्वारा किया जानेवाला व्यापक प्रबोधन कार्य' इस विषयकी विस्तृत रूपसे जानकारी प्रदान की । इस कार्यक्रमका प्रक्षेपण पनवेल, उरण, पेण तथा नई मुंबईके कुछ क्षेत्रोंमें किया गया । ठाणेके ‘इन केबल'के ‘श्री स्थानक' प्रणालपर भी यह कार्यक्रम प्रसारित किया गया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात