चैत्र कृष्ण पक्ष ४, कलियुग वर्ष ५११५
मार्गदर्शन करते हुए हिंदु मक्कल कच्छीके गणपति रवि |
चेन्नई – मंगडु, चेन्नईके विख्यात कामाक्षी अम्मा मंदिरके अनुचित प्रकरण रोकनेके संदर्भमें हिंदु मक्कल कच्छीने (हिंदु जनता दलने) १६ मार्चको मंगडुमें आयोजित निषेध बैठकमें हिंदू जनजागृति समितिको सम्मिलिर्त किया ।
मंगडु श्री कामाक्षीदेवीका पवित्र क्षेत्र है । आदि शंकराचार्यने यहां अर्थ मेरू श्रीचक्रकी स्थापना की थी । श्री कामाक्षीदेवीने यहां पंचाग्निमें एक पैरपर खडे रहकर कठोर तपस्या की थी ।
कांचीपुरममें भगवान शिवने उनकी तपस्यासे प्रसन्न होकर उनके साथ एकम्बरेश्वर नाम धारण कर उनके साथ विवाह किया था । इस पवित्र मंदिरके १०० मीटरके परिसरमें अनेक दुकानें हैं । उनमेंसे अधिकांश दुकानें मुसलमानोंको दी गई हैं । साथ ही मंदिरकी भूमि अनधिकृत रूपसे व्यक्तिगत संस्थाओंको दी गई है । यह अनुचित प्रकरण रोकने हेतु तथा मंगडुकी पवित्रताका पालन करने हेतु हिंदु मक्कल कच्छीने निषेध बैठकका आयोजन किया था ।
इस बैठकमें मंगडुके मद्यकी दुकानें हटाएं, मंगडुको मंदिर नगरके रूपमें घोषित करें, मंदिरके परिसरका अतिक्रमण हटाएं आदि मांगें की गई । इस बैठकमें शिवसेना, हिंदु मक्कल मुन्नानी (हिंदुओंके लिए नेतृत्व करनेवाली), द्रविड परेयार मुन्नेत्र कजगम, हिंदू जनजागृति समिति आदि हिंदुनिष्ठ संगठन सम्मिलित र्हुए थे ।
मार्गदर्शन करते हुए श्रीमती उमा रविचंद्रन |
हिंदू जनजागृति समितिकी श्रीमती उमा रविचंद्रनने इस बैठकमें अपने विचार प्रस्तुत किए । उस समय उन्होंने बताया कि तिरुपतिमें इस्लामिक विद्यापीठके विरोधमें हिंदू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित अभियान सफल हुआ । साथ ही धर्म रक्षा हेतु सर्व हिंदु संगठनोंका इकट्ठा होना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है ।
शिवसेनाके श्री. राधाकृष्णजीने अपने वक्तव्यमें बताया कि अली जे. इस चित्रपटके विरोधमें हिंदू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित अभियान सफल हुआ । उस समय तामिलनाडुके मुख्य सचिवको इस निषेधका एक निवेदनपत्र प्रस्तुत करनेका भी निर्णय लिया गया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात