चैत्र कृष्ण पक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११५
कहां गोरक्षा करनेवाले छत्रपति शिवाजी महाराज, तो कहां प्रतिदिन गायोंकी हत्या होने देनेवाले आजके अधर्मी शासनकर्ता !
संकेश्वर (कर्नाटक) : हिंदुत्ववादियोंने यहांके सोलापुर प्रवेशद्वारपर ६ गाय तथा २ बैलोंकी अमानुष पद्धतिसे यातायात करनेवाले टेम्पोको पकडा । हिंदुत्ववादियोंने गायोंकी यातायात करनेवाला व्यापारी इमामसाब मोदीनसाब बेपारी (यमकणमर्डी का रहनेवाला ) तथा चालक सुनील खोत, ( कागल, जिला कोल्हापुरका रहनेवाला) इन दोनोंके साथ मारपीट कर उन्हें पुलिसके नियंत्रणमें दिया । संकेश्वर पुलिसने गायोंकी यातायात करनेवाला टेम्पो नियंत्रणमें लेकर ऊपर निर्देशित दोनों व्यक्तियोंके विरुद्ध अपराध प्रविष्ट किया तथा गायोंको गोशाला भेज दिया । (गोरक्षा हेतु तत्परतासे कृत्य करनेवाले सभी गोप्रेमियोंका अभिनंदन ! जो बात गोप्रेमियोंके निदर्शनमें आती है, वे सारे तंत्र हाथोंमें होनेवाली पुलिसके निदर्शनमें क्यों नहीं आती ? ऐसी पुलिसका हिदुओंके पैसोंसे भरण-पोषण क्यों करना ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
१. निपाणी (जिला बेलगांव) के निकट अडीमल्लया पहाड स्थित हिंदू जनजागृति समितिके श्री. दिलीप इंगळे तथा श्री. अनिल इंगळेके एम.एच् ०९ एल् २५१४ क्रमांकके टेम्पोद्वारा गाय एवं बैलोंकी यातायात होनेकी बात निदर्शनमें आई । उन्होंने निपाणीके हिंदुत्ववादियोंको इस विषयमें अवगत कराया । हिंदुत्ववादियोंने टेम्पो रोकनेका प्रयास किया; किंतु वह संकेश्वरकी दिशामें निकल गया । (इससे यही स्पष्ट होता है कि धर्मांध जिहादी हिंदुओंके वैध प्रयासोंको महत्त्व नहीं देते, स्पष्ट होता है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
२. हिंदू जनजागृति समितिके श्री. निमगोंडा पाटिलने अन्य हिंदुत्ववादियोंको इसकी जानकारी दी । हिंदुत्ववादियोंने संकेश्वरके हिंदुत्ववादियोंसे त्वरित संर्पर्क कर यह टेम्पो रोकनेको कहा ।
३. संकेश्वरमें सभी हिंदुत्ववादी टेम्पोकी प्रतीक्षा कर रहे थे । टेम्पो संकेश्वर स्थित सोलापुर प्रवेशद्वारके निकट आनेपर हिंदुत्ववादियोंने उसे वहां रोका । टेंपोमें बैठे धर्मांधोंसे गायोंके विषयमें पूछनेपर उन्होंने, गाय तथा बैलोंको बाजारमें विक्रय करने हेतु जा रहे हैं, ऐसी झूठी जानकारी दी । तत्पश्चात संतप्त हिंदुत्ववादियोंने उन दोनोंके साथ बहुत मारपीट की ।
४. अत: उन दोनोंने गायोंको यमकणमर्डी स्थित पशुवधगृह ले जानेकी सही जानकारी हिंदुत्ववादियोंको दी । उस समय पुलिस घटनास्थल पहुंच गई । गायों तथा टेम्पोको पुलिस थाना ले जाया गया ।
५. इन दोंनोंके विरुद्ध पशुवध अधिनियम धारा १९६४ के अनुसार भा.द.वि. धारा ४, ५, ८ एवं ९ के अंतर्गत कार्यवाही की गई है । इस मुहिममें हिंदु राष्ट्र सेनाके सर्वश्री समीर पाटिल, भाजपाके जयप्रकाश सावंत, नगरसेवक राजू भांबरे, श्रीशिवप्रतिष्ठानके वैभव शिवणे, यमकणमर्डीके श्रीराम सेनाके गुलाबसिंह राजपूत, सागर हितेकरी, धर्माभिमानी रमेश माने, हिंदू जनजागृति समितिके निमगोंडा पाटिल, सागर श्रीखंडे, सनातन संस्थाके उत्तर माने, अशोक मोकाशे सम्मिलित हुए थे । (हिंदुओ, शासनकर्ता आपकी श्रद्धास्रोत गायोंकी रक्षा हेतु स्थायी रूपसे उपाय करें, इस हेतु चुनावके समय आपसे संपर्क करनेवाले प्रत्येक उम्मीदवारके सामने आप गोरक्षा की मांग अवश्य रखें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
अपराधी धर्मांधोंको अन्य धर्मांधोंकी सहायता !
गायोंकी यातायात करनेवाले ऊपर निर्देशित २ धर्मांधोंको मुक्त करने हेतु पुलिस थानामें अनेक धर्मांध जिहादी तथा उनके प्रमुख सहायता हेतु आए थे । (ऐसे धर्मांधोंकी तरह कितने हिंदु स्वयंके धर्मबांधवों हेतु दौडकर आते हैं ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
३ और गायोंकी मुक्ति !
ऊपर निर्देशित घटनाकी कार्यवाही चल ही रही थी कि एक अन्य सवारीसे ३ गायोंकी यातायात होनेकी बात हिंदुत्ववादियोंके ध्यानमें आई । सभी हिंदुत्ववादियोंने उसकी जानकारी पुलिसको दी; किंतु पुलिस गायोंकी यातायात करनेवाले दोषियोंके विरुद्ध शीघ्र कार्यवाही नहीं करेगी, इसकी निश्चिति हो जानेसे हिंदुत्ववादियोंने गोकाक (जिला बेलगांव) स्थित गोशालामें ३ गायोंको छोड दिया । (अधिकांश घटनाओंमें प्रशासकीय आदेशका पालन करने हेतु पुलिस हिंदुओंसे पक्षपातपूर्ण आचरण करती है तथा धर्मांधोंके अपराध क्षमा करती है, हिंदुओंको अनेक बार इसका अनुभव होनेसे अब पुलिसपर हिंदुओंका विश्वास नहीं रहा, इससे यही बातध्यानमें आती है । – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात