चैत्र कृष्ण पक्ष पंचमी, कलियुग वर्ष ५११५
हिंदूओ, अब तो पहचानो, लवजिहाद का संकट !
कर्नाटकके छोटे-छोटे गांवोंमें भी लव जिहादका ऑक्टोपस फैल रहा है !
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निपाणी-बेलगांव(कर्नाटक) : बुद्दीहाल गांवकी ९ वीं कक्षामें पढनेवाली हिंदु युवती १८ वर्षके एक जिहादी युवकके प्रेमके चंगुलमें फंस गई थी । हिंदुनिष्ठोंको इस बातकी सूचना प्राप्त होते ही उन्होंने उसे जिहादी युवकके चंगुलसे मुक्त किया । (आजतक राजनेताओंद्वारा जिहादीयोंकी चापलूसी करनेके कारण ही उद्दंड हुए धर्मांध जिहादी हिंदु युवतियोंको भगाकर ले जाना, झूठे प्यारके चंगुलमें फंसाना, बलात्कार करना, ऐसे प्रकरण करते हैं । उस समय वैध मार्गसे मांग करनेके पश्चात भी पुलिस एवं राजनेता अपराधी धर्मांध जिहादीयोंपर कडी कार्रवाई नहीं करते । इन्हीं बातोंसे यदि संतप्त हिंदुओंका उद्रेक हुआ, तो उसका दायित्व जनप्रतिनिधि तथा पुलिस तंत्रकी ओर ही जाता है । इस स्थितिमें परिवर्तन लाने हेतु वैचारिक जिहादी बने राजनेताओंको सत्तासे दूर हटाना चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. कथित जिहादी युवक ढाबेपर नौकरी कर रहा था । उसने हिंदु युवतीको भ्रमणभाष संच, हेडफोन, ताजमहलकी प्रतिकृति एवं हाथोंमें पहननेके लिए माला दी थी । इस प्रलोभनका शिकार होकर वह उसके प्यारके चंगुलमें फंस गई । उसके भाईको इस घटनाकी सूचर्नार्को मिली ।
२. उसने श्रीराम सेनाके सर्वश्री राजू कोपार्डे, उत्तम कामते, मेघनाथ, सूरज परीट, समर्थ मोरे इन हिंदुनिष्ठोंसे संपर्क कर इस बातकी सूचना दी । हिंदुनिष्ठोंने जिदाही युवकको पकडकर पिटाई की । तदुपरांत उसने भयभीत होकर हिंदुनिष्ठोंसे बताया कि पुनः हिंदु युवतीको झूठे प्यारके चंगुलमें नहीं फंसाऊंगा ।
३. हिंदुनिष्ठोंने हिंदु युवतीको समझाकर धीरज दिया । इस युवतीके भाई तथा पिताने बताया कि भविष्यमें वे हिंदु धर्मकार्यके लिए सहायता करेंगे ।
बुद्दीहाल गांवके स्थानीय हिंदुनिष्ठोंने बताया कि धर्मांध जिहादी युवकोंसे हिंदु युवतियोंको सुरक्षा प्राप्त होने हेतु लव जिहादके विषयपर व्याख्यान आयोजित किया जाएगा । साथ ही साप्ताहिक सनातन प्रभातके २५ वर्गणीदार बनाएंगे । (इस बातसे यह स्पष्ट होता है कि लव जिहादके विरोधमें हिंदुओंको अब श्रीराम सेना, हिंदू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्थाका ही आधार प्रतीत होता है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात