चैत्र कृष्ण पक्ष ८, कलियुग वर्ष ५११५
कथित मानवाधिकारोंका उल्लंघन करनेके कारण झूठी शिकायत करनेवाले मुसलमानोंद्वारा इमारतके स्वामीके विरोधमें ३० करोड रुपएका अभियोग !
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न्यूयार्क : अमेरिकाके न्यूयॉर्क नगरमें एम्पायर स्टेट इमारतके ८६ वें मालेपर प्रेक्षक छतपर नमाज पठन करनेके कारण अमेरिकाके एक मुस्लिम परिवारको सुरक्षा कर्मचारीने धक्के मारकर इमारतके बाहर निकाल दिया । इस संदर्भमें इस परिवारने स्वामी तथा सुरक्षा आस्थापनके विरोधमें न्यायालयमें हानिपूर्तिकी याचिका प्रविष्ट की है ।
१. अमेरिकाके लौंग आईलैंडके निवासी फहाद, उनकी पत्नी अमीन तीर्मिजी तथा उनके २ बच्चे पर्यटकके रूपमें एम्पायर स्टेट इमारतके ८६ वें मालेपर पर्यटकके रूपमें गए थे । वहांसे न्यूयॉर्क नगरका विहंगम दृश्य दिखाई देता है ।
२. इस मालेपर आनेके पश्चात इस परिवारने नमाज पठन करना आरंभ किया, इसलिए वहांके सुरक्षा कर्मचारीने उन्हें रोक दिया । इस कारणसे उनमें विवाद हुआ तथा उस परिवारको इमारतके बाहर निकाल दिया । (सुरक्षाके संदर्भमें अमेरिका किसीके साथ भी समझौता नहीं करती । अमेरिका मुसलमानोंके साथ कडा आचरण क्यों करती है, इसका उन्हें अभ्यास करना चाहिए । यदि भारतका सुरक्षा तंत्र भी इस प्रकार कडा हुआ, तो भारतका जिहादी आतंकवाद भी नष्ट होगा ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
३. धार्मिक कृत्य करनेमें बाधा उत्पन्न कर अपने मानवाधिकारोंपर आपत्ति उठाई गई, ऐसा कहकर तीर्मिजी परिवारने इमारतके स्वामी तथा सुरक्षा आस्थापनके विरोधमें न्यायालयमें ३० करोड रुपएकी हानिपूर्तिकी याचिका प्रविष्ट की है । (उलटा चोर कोतवालको डांटे ! नियमबाह्य आचरण कर ऊपरसे हम कैसे उचित हैं, इस प्रकारके झूठे परिवाद धर्मांध मुसलमान ही कर सकते हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात