चैत्र कृष्ण पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११५
ढाका : बांग्लादेश में जिहादी उपद्रवियों ने दो हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी। इनमें एक मंदिर सौ साल पुराना है। आग लगाने वालों का पता नहीं चल सका है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार बागरहाट जिले में उपद्रवियों ने प्राचीन मंदिर में आगजनी से पहले वहां रखी मूर्तियां भी तोड़ दीं। पुजारी प्रदीप भट्टाचार्य ने बताया कि सुबह करीब साढ़े आठ बजे उन्होंने मंदिर से धुआं निकलते देखा और मदद के लिए गुहार लगाई।
उन्होंने बताया कि उपद्रवियों ने दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश और कार्तिक समेत कई मूर्तियां क्षतिग्रस्त कर दी थीं। बागरहाट के एसपी मुहम्मद निजामुल हक मुल्ला के अनुसार हमलावरों को पकड़ने के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है।
मंदिर जलाने की एक अन्य घटना नाथुलाबाद की है। यह मंदिर एक व्यक्ति के घर में बना था।
बताया गया है कि राजनीतिक बढ़त लेने के मकसद से इस घटना को अंजाम दिया गया। मकान मालिक दशरथ रॉय का आरोप है कि विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के कुछ स्थानीय नेताओं का इसमें हाथ हो सकता है। उन्होंने कहा कि ये लोग उनके स्थानीय चुनाव में भाग लेने का विरोध जता रहे हैं।
स्त्रोत : जागरण