देहली में लगाई जानेवाली ‘शान-ए-पाकिस्तान’ प्रदर्शनी के संदर्भ में…
मुंबई : २७ अगस्त को आयोजित पत्रकार परिषद में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से श्री. सुमीत सागवेकर ने ऐसी चेतावनी दी कि केंद्रशासनद्वारा पाकिस्तान की सहायता से देहली में आयोजित की जानेवाली प्रदर्शनी ‘शान-ए-पाकिस्तान’ एवं ‘एक शाम पाकिस्तान के नाम’ कव्वाली का कार्यक्रम त्वरित रद्द कर सैनिकोंके बलिदान एवं भारतमाता का सम्मान करना चाहिए। सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंद्वारा ऐसी मांग की गई है। यदि कार्यक्रम रद्द नहीं हुआ, तो पूरे देश में तीव्र आंदोलन छेडा जाएगा।
११ एवं १२ सितंबर को भारत निर्यात महासंघ (एफआएइओ) एवं ब्राहती पाकिस्तान (कराची वाणिज्य महासंघ के सदस्य) के संयुक्त तत्वावधान में देहली में `शान-ए-पाकिस्तान` के नाम से आधुनिक फॅशन प्रदर्शनी एवं विक्रय का आयोजन किया गया है तथा १० सितंबर को ‘एक शाम पाकिस्तान के नाम’ कव्वाली का कार्यक्रम रखा गया है।
हिन्दू जनजागृति समिति के साथ शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान, अखिल नई मुंबई हिन्दू महासंघ एवं सनातन संस्थाद्वारा पत्रकार परिषद आयोजित कर इस प्रदर्शनी के विरुद्ध जोरदार निषेध व्यक्त किया गया है। इस पत्रकार परिषद में साधारण वेश में पुलिसकर्मी उपस्थित थे। (राष्ट्रप्रेमियोंकी पत्रकार परिषदपर सूक्ष्मता से ध्यान रखने के स्थान पर यदि धर्मांधोंकी कार्यवाहियोंपर ध्यान रखा होता, तो अब तक देश आतंकवाद से मुक्त हो गया होता ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
श्री. सागवेकर ने आगे कहा कि, भारत के आतंकवाद में निरंतर पाकिस्तान का सहभाग सिद्ध हो रहा है। भारत के विघटनवादियोंको पाकिस्तान सहयोग कर रहा है। इन विघटनवादियोंसे विचार-विमर्श करने के आग्रह के कारण भारतद्वारा कठोर भूमिका अपना कर राष्ट्रीय सुरक्षा परामर्शदाताओंकी परिषद रद्द की गई है। तो क्या अब पाकिस्तान के कलाकारोंको भारत में आमंत्रित कर एवं उनकी कव्वालियां सुन कर पाकिस्तान सीधे मार्ग पर आएगा ? जब तक पाकिस्तान आतंकवाद एवं कश्मीर के विघटनवादियोंको सहयोग करना बंद नहीं करता; तब तक पाकिस्तान से किसी भी प्रकार के संबंध नहीं रखने चाहिए।
मोदी शासन हिन्दुओंके बहुमत का अपमान कर रही है ! – श्री. सुशील कुमार वर्मा, शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान
हिन्दुत्वनिष्ठ माने जानेवाले नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार को ‘हिन्दू राष्ट्र’ के लिए प्रेरक कार्य करना चाहिए, ऐसा अपेक्षित है। परंतु शासन शत्रुराष्ट्र आतंकी पाकिस्तानद्वारा देहली में आयेजित होनेवाले कार्यक्रम को अनुमति देकर हिन्दुओंके बहुमत का अपमान कर रहा है। इस शासन को सर्वधर्मसमभाव को नहीं, अपितु ईश्वर, देश एवं धर्म को महत्त्व देना चाहिए। क्या पाकिस्तानद्वारा कभी गानकोकिला लता मंगेशकर का कार्यक्रम आयोजित किया गया अथवा उनका सम्मान किया गया है ? भारत में पाकिस्तान के कार्यक्रम क्यों आयोजित किए जाते हैं ? इसका हम तीव्र विरोध करेंगे।
पाकिस्तान की प्रशंसा करनेवाले कार्यक्रमोंका भारत में आयोजन करना यह भारतीयोंका दुर्भाग्य है ! – श्री. अजय पवार, अखिल नई मुंबई हिन्दू महासंघ
जिस पाकिस्तान ने भारत में आतंकवाद फैलाया, उसी पाकिस्तान का गुणगान करनेवाला कार्यक्रम भाजपा शासन के राज्य में आयोजित किया जाना भारतीयोंका दुर्भाग्य है। सभी स्तरोंसे इस कार्यक्रम का विरोध किया जाना चाहिए एवं यह कार्यक्रम रद्द होना ही चाहिए।
पाकिस्तान को प्रोत्साहित करनेवाले कार्यक्रमोंके विरुद्ध कठोर कदम उठाना समय की आवश्यकता है ! – श्रीमती नयना भगत, सनातन संस्था
आतंकवाद एवं लवजिहाद फैलानेवाले एवं प्रतिदिन भारतीय सीमा पर स्थित सैनिकोंकी हत्या करनेवाले पाकिस्तान के कार्यक्रमोंका सभी भारतीय एकमत से विरोध करें। केंद्रशासन को राष्ट्रहित के लिए पाकिस्तान को प्रोत्साहित करनेवाले ऐसे कार्यक्रमोंके विरुद्ध कठोर कदम उठाना आवश्यक है।
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राष्ट्र-प्रेमियों,
ऑनलार्इन स्वाक्षरी अभियान में सहभागी होकर –
– नर्इ देहली में आयोजित पाकिस्तानी एक्स्पो ‘शान-ए-पाकिस्तान’ की अनुमति निरस्त करनेकी मांग करें !
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात