चैत्र कृष्ण पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११५
१. जिज्ञासुओंसे किए व्यक्तिगत संपर्कोंकी संख्या : ३७ ( ये सभी नए संपर्क जनवरी २०१४ में प्रयागमें आयोजित कुंभमेलेके अवसरपर मिले हैं । )
२. धर्मप्रेमी एवं जिज्ञासुओंके धर्मप्रसारके कार्यका अनुकरणीय सहभाग !
२ अ. बुरहानपुरके धर्माभिमानी श्री. शैलेश निंभोरे, श्री. सचिन देसाई एवं श्री. बालकृष्ण जोशी तथा इंदुरके श्री. अंश शुक्लाने संपर्क करने हेतु आए साधकोंके निवास तथा भोजनका प्रबंध किया ।
२ आ. धर्माभिमानी श्री. शैलेश निंभोरेने ‘लवजिहाद’के विषयमें २ सहस्र परचे छापकर उनका वितरण किया ।
२ इ. ‘धर्मपरिवर्तन’ विषयके ग्रंथ क्रय कर उनका वितरण करनेके लिए सूचित करना : बुरहानपुरमें अधिक मात्रामें धर्मवर्तन हो रहा है । इसलिए एक धर्माभिमानीने ‘धर्मपरिवर्तनके षडयंत्रसे सतर्क ‘ विषयके १०० ग्रंथ क्रय कर उनका वितरण करने हेतु धर्माभिमानी श्री. शैलेश निंभोरेको पैसे दिए । (‘धर्मपरिवर्तनके विषयकी गंभीरताको ध्यानमें लेकर इस fिवषयमें लोगोंमें जागृति उत्पन्न करने हेतु ग्रंथ क्रय करनेवाले धर्माभिमानियोंका अभिनंदन ! यदि हिंदुओंने इस प्रकारसे अपने बंधुओंमें जागृति उत्पन्न की, तो यह समस्या समूल नष्ट होगी !’ – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
२ ई. स्वयंद्वारा आयोजित प्रदर्शनीमें लगाने हेतु राष्ट्र एवं धर्म रक्षाके विषयके फ्लेक्स लगाना : समितिद्वारा आयोजित राष्ट्र एवं धर्म रक्षाके विषयमें प्रदर्शनी देखकर गोरक्षा समितिके श्री. पालीवाल प्रभावित हो गए तथा स्वयंद्वारा आयोजित एक प्रदर्शनीके लिए उन्होंने समितिसे फ्लेक्सकी मांग कर वे फलक प्रदर्शनीमें लगाए । – श्री. योगेश वनमारे, मध्यप्रदेश
१०८ श्रीस्वामी सुरेंद्रजी महाराजके शुभहाथों समितिके कार्यकर्ताओंका व्यासमंच सम्मान !
हिंदु महासभा, इंदुरके अध्यक्ष श्री. नीलेश दुबेने इंदुरके मूसाखेडीमें भागवत कथा करनेवाले १०८ श्रीस्वामी सुरेंद्रजी महाराजसे समितिके कार्यकर्ताओंका परिचय करवाया । महाराजने समितिका कार्य सुनकर समितिके कार्यकर्ताओंका व्यासमंचपर सम्मान किया । – श्री. योगेश वनमारे, मध्यप्रदेश
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात