ओडिशामें हिंदू जनजागृति समितिके व्याख्यानोंको धर्माभिमानियोंद्वारा उस्फूर्त प्रतिसाद

चैत्र कृष्ण पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११५

बीरमित्रपुरके धर्माभिमानियोंसे विचार-विमर्श करते हुए श्री. रमेश शिंदे (बार्इं ओरसे)

बीरमित्रपुरके धर्माभिमानियोंसे विचार-विमर्श करते हुए श्री. रमेश शिंदे (बार्इं ओरसे)

भुवनेश्वर, २४ मार्च – ओडिशा राज्यके संबलपुर, बीरमित्रपुर एवं राऊरकेला नगरमें हिंदू जनजागृति समितिद्वारा राष्ट्र एवं धर्म विषयक प्रवचनोंका आयोजन किया गया था । समितिके राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदेने इन व्याख्यानोंके माध्यमसे भारतकी वैभवशाली संस्कृति, इसपर होनेवाले विविध प्रकारके आक्रमण, उनके दूरतक होनेवाले परिणाम तथा इस अनुषंगसे हिंदुओंकी मृतवत मानसिकता एवं राष्ट्र तथा धर्मकी इस स्थितिपर उपाययोजना आदि सूत्रोंके संदर्भमें प्रोजेक्टरकी सहायतासे विविध दृश्यश्राव्यचक्रिका दर्शाकर अभ्यासपूर्ण एवं परिणामकारक विश्लेषण किया । इस संदर्भमें उपस्थित धर्माभिमानियोंका संदेह-निरसन किया गया । इन व्याख्यानोंको वहांके स्थानीय धर्माभिमानियोंका उस्फूर्र्त प्रतिसाद मिला ।

भुवनेश्वरमें ९ मार्चको प्रथम राज्यस्तरीय हिंदु अधिवेशनका आयोजन किया गया था । इसके निमित्त ओडिशा राज्यकी यात्रापर आए श्री. रमेश शिंदेके व्याख्यानका आयोजन इस नगरमें किया गया था । इसके निमित्त संबलपुर, बीरमित्रपुर एवं राऊरकेला तीनों स्थानपर सनातन-रचित ग्रंथ तथा सात्त्विक उत्पादोंके विक्रय केंद्रको अच्छा प्रतिसाद मिला ।

श्री. रमेश शिंदेजी धर्माभिमानियोंको संबोधित करते हुए

श्री. रमेश शिंदेजी धर्माभिमानियोंको संबोधित करते हुए

संबलपुर 

१. दो-तीन सप्ताहपूर्व बिलकुल नए सिरेसे समितिके कार्यसे परिचित संबलपुरके श्री. शरद शर्मा एवं श्री. देवाशिश नाईक भुवनेश्वरके राज्यस्तरीय अधिवेशनमें उपस्थित थे । इस अवसरपर  श्री. रमेश शिंदेके अधिवेशनके मार्गदर्शनसे प्रभावित होकर उन्होंने भुवनेश्वरसे ३०० कि.मी.दूरीपर स्थित संबलपुरमें मार्गदर्शनके लिए आने हेतु श्री. शिंदेको आमंत्रित किया ।

२.आमंत्रण पत्रिका वितरित करना, सभागृहमें फ्लेक्स लगाना तथा कुर्सिया लगाना आदि सभी प्रकारकी सेवाएं उन्होंने उस्फूर्त रूपसे की ।

३. भ्रमणभाषकी ‘वॉटसअॅप’ प्रणालीके माध्यमसे संपर्कमें आए बरगडके धर्माभिमानी श्री. बिनयकुमारसे संपर्क किया गया था । वे अपने और दो मित्रोंके साथ ५३ कि.मी.की दूरीसे आकर व्याख्यानमें उपस्थित रहे तथा व्याख्यानसे प्रभावित होकर उन्होंने अगले सप्ताह उनके गांव बरगडमें प्रवचन देने हेतु श्री. शिंदेको आमंत्रित किया ।

४. नववर्षके निमित्त समितिके उपक्रम ध्यानमें आनेपर उन्हें किस प्रकारसे चलाया जाए, इस विषयमें श्री. शर्माने मार्गदर्शन किया ।

बीरमित्रपुर 

१. होलीका दिन होते हुए भी रात्रि ९ बजेतक चली इस व्याख्यानमालामें अधिकांश धर्माभिमानी उपस्थित थे । इतनाही नहीं, अपितु व्याख्यान समाप्त होनेपर भी ये धर्माभिमानी श्री. शिंदेसे विचार-विमर्श करने हेतु रुके थे ।

२. एक युवा धर्माभिमानी श्री. आनंद शर्माने प्रवचनका प्रारंभिक भाग सुननेके पश्चात त्वरित अपने ४-५ मित्रोंको दूरभाषद्वारा लघुसंदेश भेजकर प्रवचन सुननेके लिए आमंत्रित किया ।

३. श्री. आनंद शर्माने लगभग ४५० युवकोंके लिए बीरमित्रपुरमें पुनः एक बार प्रवचनका आयोजन करने हेतु श्री. शिंदेको विनती की ।

४. श्री. शर्माने स्वयं श्री. शिंदेको भोजनके लिए आमंत्रित किया ।

राऊरकेला

१. अधिवक्ता श्री. ब्रीजेश मिश्रा भुवनेश्वरके राज्यस्तरीय हिंदु अधिवेशनके लिए आए थे । इससे प्रभावित होकर उन्होंने स्वयं श्री. रमेश शिंदेके व्याख्यानके लिए सभागृह आरक्षित किया ।

२. प्रवचनके लिए योग वेदांत समिति, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा विश्व हिंदु परिषद आदि विविध संप्रदायके साधक एवं स्वयंसेवक उपस्थित थे ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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