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बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की प्राध्यापक ने किया देवी-देवताओंपर अभद्र वक्तव्य

हिंदू जागरण मंचद्वारा तीव्र निषेध !

करोडों हिन्दुआेंकी भावनाआें को ठेस पहुचानेवाली प्रो. डॉ. इंदू चौधरी पर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए ! – हिन्दूजागृति

बीएचयू की प्रोसेफर की देवी-देवताओंपर अभद्र टिप्पणी

आगरा : उत्तर प्रदेश की बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) की एक प्रोफेसरपर हिंदू देवी-देवताओंके खिलाफ विवादित वक्तव्य देने का आरोप लगा है। आरोप है कि असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. इंदू चौधरी ने दुर्गा मां, करौलीवाली माता और बजरंगबली के बारे में अभद्र वक्तव्य किए। वह आगरा में रविवार को अंबेडकर यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में पहुंची थीं। वक्तव्य का ऑडियो सामने आने के बाद हिंदूवादी संगठनोंने सोमवार को पुलिस में शिकायत की।

उन्‍होंने चौधरी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस का कहना है कि ऑडियो की जांच के बाद शिकायत दर्ज करने पर फैसला लिया जाएगा

क्या कहना है पुलिस का ?

हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओंने इंदू चौधरी और प्रोग्राम के चीफ ऑर्गनाइजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। आरोप है कि प्रोग्राम करानेवाले अनुसूचित जाति-जनजाति युवा कल्याण एसोसिएशन के लोगोंने भी प्रोफेसर को नहीं रोका।

क्या है ऑडियो में ?

१. असिस्टेंट प्रोफेसर इंदू चौधरी ने कहा – पत्नी तु्म्हारी एक दिन बेलन उठाएगी तो उसको दो लगाओगे न। पत्नी का बेलन स्वीकार नहीं है। लेकिन देवी एक हाथ में तलवार, त्रिशूल, भाला, गदा लेकर सवार रहती हैं और आप-हम बोलते हैं ‘बोलो शेरावाली माई की जय’। क्या हम अपने घर में इस तरह की महिलाओंको लाना पसंद करेंगे ? इन देवियोंको पूजना हमारी शिक्षा के पिछडेपन का सब से बड़ा सबूत है।

२. घर में कोई विकलांग हो तो बर्दाश्‍त नहीं करेंगे। लेकिन हम लोग कितने बड़े मूर्ख हैं कि उसी चार-चार, आठ-आठ हाथ वाली माई को देवी माई, भगवती माई, भवानी माई बनाकर घर-घर में नवरात्रि में पूजा करते हैं।

३. बजरंग बली के बारे में उदाहरण देते हुए इंदू ने एक कहानी सुनाई। कहा कि, एक बार जब उनके पास कॉपी चेक होने को आई तो एक लडका मिलने को आया। लडका ८० फीसदी नंबर पा गया। उसके बाद उसका पता ही नहीं। पूछनेपर पता चला कि संकटमोचन को लड्डू चढ़ाने गया है। बनारस में संकटमोचन का एक बहुत बड़ा मंदिर है। उस में एक पूछ वाला बंदर होता है न, उसी की बहुत बड़ी मूर्ति है। उसे लोग संकटमोचन मंदिर कहते हैं। संकट के समय वही काम आता है। ६ महीने बाद फिर से परीक्षा हुई, लडका फेल हो गया। इस बार वह भागता हुआ आया। कहने लगा कि मैडम कुछ करिए। मैंने कहा- जा वहीं संकटमोचन मंदिर में लड्डू चढ़ा, पास हो जाएगा। लडका गर्दन नीचे करके चला गया। वह इस के बाद बैक पेपर दिया और पास हुआ। फिर बीएड में पास हुआ तो मेरे पास लड्डू लेकर आया।

तहरीर की कॉपी

स्त्रोत : दैनिक भास्कर

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