चैत्र कृष्ण पक्ष द्वादशी/त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११५
धूर्त अमरीका !
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वाशिंगटन : अमरीका धीरे-धीरे पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति और सैन्य सहायता में तेजी ला रहा है। सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध दस्तावेजों के अनुसारए पेंटागन वित्त वर्ष २००२-२०१२ के लिए पाकिस्तान के साथ कुल ५.२ अरब डॉलर के विदेशी सैन्य बिक्री समझौतों की जानकारी देता है।
पाकिस्तान को अमरीकी सैन्य सहायता की बहाली को अमरीका और पाकिस्तान के बीच दोनों देशों के सैन्य संबंधों के सामान्यकरण के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। एबेटाबाद में मई २०११ में ओसामा बिन लादेन के अमरीकी सैनिकों द्वारा मारे जाने के बाद से अमरीका और पाकिस्तान के सैन्य संबंध निचले स्तर पर पहुंच गए थे।
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सूत्रों ने कहा कि गत एक वर्ष के दौरान उल्लेखनीय घटना आर्मोमें में डेढ़ सौ अतिरिक्त रेडियो सेट की आपूर्ति, ३५ पाक एफ १६ के उन्नयन, ३७४ एम ११३ बख्तरबंद कर्मी कैरियर की आपूर्ति शामिल है। एम१६ लड़ाकू विमानों की आपूर्ति और उससे संबंधित उपकरण इसके आधे के लिए जिम्मेदार हैं।
कांग्रेस ने २००१ के बाद से पाकिस्तान के लिए विदेशी सैन्य वित्तपोषण के तौर पर तीन अरब डॉलर विनियोजित किए हैं, जिसमें से दो अरब डॉलर की दिए जा चुके हैं।
स्त्रोत : पत्रिका