बेलगांव (कर्नाटक), ६ सितंबर (समाचार) – शहापुरके बसवाण गलीमें श्री गणेशोत्सव मंडलके मंडपके सामने ज्येष्ठ समाजसेवक श्री. अण्णा हजारेजीके मुखयुक्त (मुखौटा) भगवान विष्णुके ७ फूट ऊंचाईके डिजीटल छायाचित्र लगाया गया था । इस छायाचित्रके नीचे भारतके राष्ट्रध्वजपर ‘यदा यदा ही धर्मस्य….’ नामक श्लोक लिखा था । इस फलकके बारेमें सूचना मिलते ही हिंदु जनजागृति समितिके सर्वश्री हृषिकेश गुर्जर, परशुराम गोरल इत्यादि कार्यकर्ता वहां पहुंचे । मंडलके सर्वश्री सुभाष रायबागकर, बाळू पै तथा दत्ता कारेकरकी भेंट ली । ‘इस फलकके कारण हिंदुओंके श्रद्धस्थान भगवान विष्णुका अनादर हो रहा है ।
समितिके कार्यकर्ताओंने उन्हें बताया, ‘इस फलकके कारण छोटे बच्चोंके मनपर अनुचित संस्कार हो सकते हैं और इससे मंडलके कार्यकर्ता समष्टि पापके भागीदार हो रहे हैं ।’ सर्वश्री रायबागकर, पै तथा कारेकर, इन सभीने अपनी सहमति दर्शाते हुए कहा कि यह फलक लगाना अनुचित है । कार्यकर्ता इस बातसे अनभिज्ञ थे कि किसने यह फलक लगाया था; परंतु उन्होंने बडी तत्परतासे उस फलकको नीचे उतार दिया । (हिंदु जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंद्वारा किए गए प्रबोधनके पश्चात् अनादरयुक्त फलक उतारनेवाले शहापुरके बसवाण गलीके श्री गणेशोत्सव मंडलके कार्यकर्ताओंका अभिनंदन ! – संपादक)