हिन्दू जनजागृति समिति का ‘आदर्श श्री गणेशोत्सव अभियान !’
हिन्दू जनजागृति समिति की ठाणे में पत्रकार परिषद
ठाणे (महाराष्ट्र) : ठाणे में आयोजित किए गए पत्रकार परिषद में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. नरेंद्र सुर्वे ने यह चेतावनी दी कि, गणेशोत्सव अर्थात् प्रदूषण, ऐसा समीकरण सिद्ध कर गणेशमूर्ति की परंपरागत विसर्जन पद्धति को विरोध किया जा रहा है।
अनेक स्थानोंपर बलपूर्वक गणेशमूर्ति का दान करने के लिए तथा करोडो रुपएं व्यय कर निर्माण किए गए कृत्रिम कुंड में विसर्जन करने के लिए साधारण गणेशभक्तोंको विवश किया जा रहा है। दान की गई मूर्ति पुनःविसर्जन करते समय मूर्ति का अनादर किए जाने का प्रकार इस से पूर्व भी घटे हैं। अतः गणेशमूर्ति का अनादर होकर हिन्दुओंकी धार्मिक भावना भी आहत हो रही है।
इस प्रकार मूर्ति का अनादर करनेवालोंपर कडी कार्रवाई करनी चाहिए तथा कृत्रिम कंड में विसर्जन करने के लिए प्रतिबंधित करना चाहिए, इस के लिए राज्यव्यापी आंदोलन का आयोजन करेंगे।’ उस समय अधिवक्ता श्री. जयेश तिखे ने उपस्थित पत्रकारोंके सामने विषय प्रस्तुत किया।
उस समय अधिवक्ता श्री. चेतन बारस्कर ने बताया कि, ‘यह हमारा दुर्दैव है कि, प्रदूषण नियंत्रण मंडल को लगातार बताने के पश्चात भी उनकी ओर से पूरे वर्ष में रासायनिक कार्यशाला, नाले के पानी तथा कूडे के कारण होनेवाली पर्यावरण की हानि रोकने हेतु कुछ भी कृती नहीं की जाती; किंतु वही पालिका प्रशासन तथा पाखंडी पर्यावरणवादी अपनी कृतीपर अनदेखा कर वर्ष में एक ही बार आनेवाले गणेशोत्सव को प्रदूषण के लिए उत्तरदायी निश्चित करते हैं।’
उस अवसर पर सनातन संस्था की श्रीमती नयना भगत ने बताया कि, ‘हम यह मांग कर रहे हैं कि, हिन्दुओंकी धार्मिक भावना आहत करनेवाले ‘मूर्तिदान’ तथा ‘कृत्रिम कुंड में विसर्जन’ जैसे अनुचित अभियान बंद कर देने चाहिए। धर्मशास्त्रानुसार गणेशमूर्ति का समुद्र, नदी तथा बहते पानी में विसर्जन करने हेतु सूचना देनी चाहिए।’
हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा मूर्ति का अनादर करनेवालोंपर याचिका प्रविष्ट करने की मांग की गई।
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आप देख सकते हैं – हिन्दू जनजागृति समिति का
‘आदर्श श्री गणेशोत्सव अभियान !’
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
नमस्कार, अगर हिन्दु धर्म का ठीक से पालन करेंगे तो पर्यावरण की कोर्इ भी हानी नहीं होगी । गणेशजी की मूर्ती मट्टी की बना सकते है ।