चैत्र शुक्ल पक्ष ६, कलियुग वर्ष ५११६
हिंदुओंके आस्थास्रोतोंकी रक्षाके लिए कृत्य करनेवाली हिंदू जनजागृति समितिसे बलवान हिंदुनिष्ठ संगठन कुछ सीख लेंगे, वह सुदिन होगा !
मुंबई : आचारसंहिताके कारण पुलिसद्वारा हिंदू जनजागृति समितिको हनुमान चालीसाकी विडंबना करनेवाले रागिणी एम.एम.एस् २ चलचित्रके विरुद्ध विविध स्थानपर वैधानिक मार्गसे प्रदर्शन करने हेतु अनुमति नहीं दी गई । (हिंदुबहुसंख्यक देशमें हिंदुओंके आस्थास्रोतोंके अनादरके विरुद्ध वैधानिक मार्गसे कृत्य करनेके लिए अनुमति न देनेवाले पुलिसकर्मी भारतके हैं अथवा पाकिस्तानके ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
अनेक स्थानपर पुलिसद्वारा समूहबंदीका कारण बताकर समितिके कार्यकर्ताओंको सूचनापत्र भी (नोटिस) भेजे गए । पुलिसकर्मियोंके इस कुकृत्यके विरुद्ध हिंदू जनजागृति समितिद्वारा राज्य एवं केंद्रीय चुनाव आयोगमें परिवाद प्रविष्ट किया गया है । इस परिवादमें हिंदू जनजागृति समितिके मुंबई, ठाणे एवं रायगढ जिलोंके समन्वयक श्री. शिवाजी वटकरने मांग की है कि अवैधानिक रूपसे आचारसंहिताका हौवा करनेवाली पुलिसपर कार्यवाही करें । डोंबिवली (ठाणे), घाटकोपर (मुंबई) एवं पुणेकी पुलिसद्वारा समितिके कार्यकर्ताओंको दिए गए सूचनापत्र (नोटिस) परिवादको संलग्न किए गए है ।
निवेदनमें कहा गया है कि आचारसंहिता राजनीतिक पक्षोंके लिए होती है । समितिके आंदोलनके कारण कानून एवं सुरक्षाकी समस्या नहीं उत्पन्न हुई है । तब भी समितिके कार्यकर्ताओंको अनुमति न देकर उनका घटनात्मक अधिकार अस्वीकार किया है । ऐसे पुलिसकर्मियोंपर क्या आप कार्यवाही करेंगे ?
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात