आईएसआईएस को तालिबान में मिलाने की आईएसआई की खतरनाक साजिश

इस्‍लामाबाद : अफगानिस्‍तान में जैसे जैसे आतंकी संगठन आईएसआईएस का दबदबा बढ रहा है वैसे ही वैसे तालिबान के साथ पाकिस्‍तान की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई की भी चिंताएं बढती जा रही हैं। अफगानिस्‍तान में पिछले हफ्ते आईएसआईएस की लडाई की खबरों ने आईएसआई को परेशान करके रख दिया है। आईएसआई ने अब इस परेशान से निकलने का तरीका निकाला है। एक ऐसा तरीका जिसके बाद शायद भारत की मुश्किलें और चिंताएं बढ सकती हैं।

तैयार है आईएसआई अफसरों की एक टीम

खबरों पर अगर यकीन करें तो आईएसआई ने गुरुवार को अपने ऑफिसर्स की एक टीम बनाई है जिसे तालिबान के पूर्व नेताओें के साथ बात करने का जिम्‍मा सौंपा गया है। अफगानिस्‍तान में संघर्ष के दौरान तालिबान को आईएसआईएस के हाथों हार का मुंह देखना पडा है।

इराक और सीरिया में अपनी पकड मजबूत करने के बाद अब आईएसआईएस का अगला ठिकाना अफगानिस्‍तान है। हाल ही में आईएसआईएस ने अफगानिस्‍तान में जाकर एक व्‍यक्ति का सिर कलम करने का वीडियो भी जारी किया है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो तालिबान के कमांडर का है।

पाक की ओर से बढ रहा आईएसआईएस

  • आईएसआईएस अफगानिस्‍तान में अपने वर्चस्‍व की लडाई के लिए यहां के युवाओं को शामिल करना चाहता है।
  • इसके लिए आईएसआईएस पूरी तरह से तालिबान में होने वाली टूट पर निर्भर है।
  • आईएसआईएस के अफगानिस्‍तान में जारी संघर्ष में ६० प्रतिशत लडाके तालिबान के पूर्व सदस्‍य हैं।
  • आईएसआईएस ने अफगानिस्‍तान के पूर्वी प्रांत में स्थित नानगाहर शहर में अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है।
  • यह शहर पाकिस्‍तान की सीमा पर स्थित है। इस बात की पुष्टि वहां के एक नेता जाही कादिर ने भी की है।
  • ऐसी खबरें भी हैं कि इस शहर के लोगों को कई तरह के हथियार भी दिए गए हैं।

आईएसआई के लिए बुरी खबर

  • पाक की सीमा तक पहुंच जाना, आईएसआई के लिए निश्चित तौर पर एक बुरी खबर है।
  • तालिबान या फिर लश्‍कर-ए-तैयबा की तरह आईएसआईएस, आईएसआई के लिए प्राथमिकता नहीं बन पाएगा।
  • आईएसआई के बेस्‍ट ऑफिसर्स की एक टीम तालिबान के पूर्व सदस्‍यों के साथ बातचीत कर रही है।
  • ये वही सदस्‍य हैं जिन्‍होंने अफगानिस्‍तान में आईएसआईएस को ज्‍वॉइन कर लिया है।
  • टीम से कहा गया है कि वे सदस्‍यों तालिबान की ओर वापस लौटने को कहे।
  • तैयार न होने पर वह उन्‍हें आईएसआईएस को तालिबान के साथ मिलने को कहे।
  • अभी तक आईएसआई को इस काम में कोई भी सफलता नहीं मिल सकी है।
  • तालिबान के कई पूर्व नेता अब संगठन में शामिल नहीं होना चाहते हैं।
  • फिलहाल तालिबान के पूर्व नेता आईएसआईएस के साथ खुश हैं।

स्त्रोत : वन इंडिया

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