चैत्र शुक्ल पक्ष ८, कलियुग वर्ष ५११६
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) : ९ महीने के किसी बच्चे की सबसे बड़ी समस्या अपने पैरों पर खड़े होने होती है, लेकिन पाकिस्तान में एक बच्चा अपने उम्र के ९ वें महीनें में गंभार आरोप से घिरा है। पाकिस्तान के एक ९ महीने के बच्चे पर की हत्या का आरोप लगा है। जी हां, जिस उम्र में बच्चों को हत्या का मतलब तक नहीं पता होता, उसी उम्र में इस बच्चे को 'अटेंप्ट टु मर्डर' का आरोपी बना दिया गया है।
इतना ही नहीं आप सुनेंगे तो हैरान रह जाएंगे कि बच्चे पर किसी और के नहीं बल्कि पुलिस दल के ऊपर हमला करने का आरोप लगा है। खबर के मुताबिक ९ महीने के मूसा को कोर्ट में पेश भी किया गया है। उसे जिला और सत्र कोर्ट से १२ अप्रैल तक के लिए जमानत मिल गई है। कोर्ट ने पुलिस से बच्चे का बयान दर्ज करने को कहा है।
पुलिस ने मूसा और उसके पिता को अहमद को लाहौर के मुस्लिम टाउन इलाके से पुलिस दल पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार किया था। बच्चे को कोर्ट तक में पेश किया गया। पहली सुनवाई टाल दी गई, आरोपियों के वकील ने कहा कि अगली सुनवाई पर बच्चे को फिर से अदालत में पेश किया जा सकता है। पुलिस की ओर से क्लीन चिट मिलने पर ही मूसा को बेल मिल सकेगी।
पुलिस का कहना है कि इस मामले में आरोपी बनाने को लेकर उसकी ओर से गलतफहमी हुई है। उन्होंने कहा कि बच्चे के खिलाफ मामला दर्ज करने को लेकर एक एसआई को निलंबित कर दिया गया है। बच्चे के पिता का कहना है कि पुलिस ने उनके, उनके बच्चे और २५ अन्य लोगों के खिलाफ एक फेक केस दर्ज किया था। उसका कहना है कि उन्हें इलाके में बिजली न आने को लेकर विरोध करने की सजा दी जा रही है।
स्त्रोत : वन इंडिया